BHIND. भिंड के लहार में नगर पालिका सीएमओ महेश पुरोहित को ग्वालियर मुख्यालय लाइन अटैच कर दिया गया है। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का व्यापारियों ने जमकर विरोध किया था। कार्रवाई के दौरान महेश पुरोहित से मारपीट भी हुई। इसका वीडियो वायरल हुआ था। व्यापारियों ने सीएमओ पर नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह के दबाव में कार्रवाई करने के आरोप लगाए थे।
बिना नोटिस के कार्रवाई
आलमपुर के लहार नगर पालिका ने बुधवार को मोहन झा के मकान का अगला हिस्सा तोड़ दिया था। इसके बाद विवाद की स्थिति बनी। मकान मालिक मोहन झा का कहना है कि मकान पर कोर्ट से स्टे चल रहा है। इसके बाद भी नगर पालिका ने इसे तोड़ दिया। मोहन झा ने नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह के दबाव में आकर कार्रवाई करने का आरोप लगाया है।
'सीएमओ पर पहले भी दबाव बना चुके हैं लहार विधायक'
मकान मालिक मोहन झा ने सीएमओ पर आरोप लगाया। उनका कहना है कि लहार विधायक महेश पुरोहित पर पहले भी कई बार दबाव बना चुके हैं। सीएमओ का कहना था कि अगर मकान बचाना है तो विधायक जी की शरण में चले जाओ। वहीं सीएमओ महेश पुरोहित का कहना था कि एसडीएम आरए प्रजापति से लिखित में ऑर्डर मिला था। इसके बाद अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई।
सीएमओ पुरोहित ने लगाए मारपीट के आरोप
लहार के सीएमओ महेश पुरोहित ने मकान मालिक सहित अन्य व्यापारियों पर उसे सरियों से पीटने के आरोप लगाए हैं। सीएमओ का कहना है कि वे जब अतिक्रमण हटाने गए तो उन पर हमला हुआ। उनके दोनों पैरों में चोटें आई हैं। इस मामले में लहार तहसीलदार अमित दुबे से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने भी कोई जवाब नहीं दिया।
डॉ. गोविंद सिंह ने क्या कहा?
अतिक्रमण की कार्रवाई को लेकर डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि लहार में बीच बाजार में बीजेपी नेता ने दुकान बनाकर कब्जा किया गया था। पुलिस-प्रशासन जब अतिक्रमण हटाने पहुंचा तो बीजेपी नेता भी लाठी और बंदू लेकर आए। मोहन झा ने कब्जा किया था, इसके बाद भी उन्होंने सीएमओ पर हमला किया। तहसीलदार की गाड़ी भी तोड़ी। विधायक डॉ. अम्बरीश शर्मा को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का संरक्षण है। कोई भी सीएमओ की FIR दर्ज नहीं करेगा क्योंकि उन्हें डर है कि कल उन्हें हटा दिया जाएगा। अम्बरीश शर्मा पर पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। वो खुलेआम पुलिस को बंदूक लेकर धमका रहा है।
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बीजेपी नेता अम्बरीश ने आरोपों को बताया निराधार
बीजेपी नेता अम्बरीश शर्मा ने सभी आरोपों को झूठा बताया है। उनका कहना है कि विधायक डॉ.गोविंद सिंह की गुंडागर्दी चरम सीमा पर है। विधायक की तानाशाही जनता सालों से देख रही है। शासन ने मुझे बंदूक दी है। बंदूक मेरे पास आत्मरक्षा के लिए हमेशा रहती है। सुबह भी मैं अपने घर जा रहा था, रास्ते में भीड़ देखी तो रुक गया। देखा तो वहां मकान तोड़े जा रहे थे। लोगों के पास परमिशन होने के बावजूद कार्रवाई की जा रही थी। मैंने उनको मना भी किया, लेकिन उन लोगों ने मेरी नहीं सुनी। लोगों के साथ अत्याचार हो रहा था, इसलिए मैं रुक गया।