/sootr/media/post_banners/0508ea5d4a397d66d23bfafc4d0fd3c12db1fbb5b5f810bd4c771402721ca8d6.jpeg)
देव श्रीमाली, GWALIOR. ग्वालियर में रहवासी इलाके में नई शराब की दुकान खोलने के खिलाफ स्थानीय नागरिक सड़क पर उतर आए हैं और दुकान के आसपास धरना और प्रदर्शन कर रहे है। यह आंदोलन तीन दिनों से चल रहा है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि आसपास मंदिर, मस्जिद और बच्चों के पढ़ने के कोचिंग सेंटर स्थित है। यहां दुकान खुलने से महिलाओं और बच्चों के लिए मुश्किल हो जाएगी।
शराब की दुकान खोलने पर स्थानीय लोगों का प्रदर्शन
ग्वालियर के सेवा नगर इलाके में खुली शराब की नई दुकान का यहां स्थानीय लोग जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे है। वैसे यह दुकान एमएलबी रोड के नाम से स्वीकृत है, लेकिन इसे खोला सेवा नगर में गया है। इसके आसपास साई मंदिर, पॉपुलर दरगाह और मंदिरों के अलावा अनेक कोचिंग सेंटर है, जिनमे पढ़ने के लिए छात्र और छात्राएं आते है। दुकान खुलते ही देर रात स्थानीय लोगों ने यहां शराब की दुकान के बाहर हंगामा करते हुए धरना भी दिया। आज भी धरना दिया जा रहा है। इनकी मांग है कि रहवासी इलाके में जबरन दुकान खोली जा रही है जबकि इलाके में कई कोचिंग सेंटर, मंदिर स्कूल और अन्य सार्वजनिक स्थान हैं। स्थानीय लोगों की मांग है कि दुकान को तत्काल यहां से हटाया जाए और जब तक दुकान नहीं हटाई जाएगी, तब तक उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
ये खबर भी पढ़िए...
कांग्रेस नेता भी पहुंचे
इस जन आंदोलन की शुरुआत की सूचना मिलते ही नेता भी सक्रिय हो गए। नेता सुनील शर्मा भी मौके पर पहुंचे और स्थानीय रहवासियों का समर्थन करते हुए शराब की दुकान को यहां से हटाने की मांग की। सुनील शर्मा ने कहा कि जो बीजेपी शराबबंदी की बात करती थी, वही अब युवा पीढ़ी के साथ खिलवाड़ कर रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर की कथनी करनी में जो अंतर है वह देखने को साफ मिल रहा है। कांग्रेस सरकार के समय शराब की दुकान का 1 घंटे समय बढ़ने पर बीजेपी नेताओं ने जगह-जगह सुंदरकांड कर विरोध किया था और अब खुद ही मंदिर मस्जिद और स्कूलों के पास शराब की दुकानें खुलवा रहे हैं। सेवा नगर स्थित इस शराब की दुकान के बाहर देर रात तक हंगामा मचता रहा।
ठेकेदार बोला इस आंदोलन के पीछे पड़ोसी ठेकेदार
हंगामे की सूचना पर शराब ठेकेदार लक्ष्मीनारायण शिवहरे भी मौके पर पहुंच गए। उनका कहना है कि नजदीकी शराब ठेकेदार जानबूझकर यह हंगामा करवा रहे है और हंगामा करने वाले लोग और धरने पर बैठे लोग स्थानीय रहवासी नहीं है। बल्कि नजदीकी शराब ठेकेदार द्वारा धनबल से उन्हें यहां जबरन बिठाया गया है। धरना स्थल पर कांग्रेस नेता सुनील शर्मा के पहुंचने पर उन्होंने कहा कि सुनील शर्मा स्थानीय नागरिक नहीं है। कांच मिल के रहने वाले हैं और इस दुकान का स्थानीय लोग कोई विरोध नहीं कर रहे हैं।