सागर/मुरैना. मध्यप्रदेश में लगातार भ्रष्टाचार (Corruption) की शिकायतें मिल रही है। इसी कड़ी में 28 सितंबर को लोकायुक्त पुलिस की टीम ने सागर और मुरैना में कार्रवाई की है। पहली कार्रवाई में सागर लोकायुक्त (Sagar Lokayukta) की टीम ने वनपाल और वनरक्षक को रंगे हाथों दबोचा है। दोनों ने जंगली सुअरों ने नष्ट की फसल की एवज में 5 हजार की रिश्वत (Bribe) मांगी थी। जिसकी शिकायत के बाद लोकायुक्त की टीम ने दोनों को 5 हजार लेते हुए ट्रैप किया। वहीं, मुरैना (Morena) में लोकायुक्त की टीम ने कार्रवाई करते हुए रोजगार सहायक को 3300 रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।
सागर में दोनों के हाथ लाल हो गए
सागर जिले के रहली के चांदपुर के किसान संजय कुमार की फसल को जंगली सुअरों ने नष्ट कर दिया था। इसी की मुआवजा (Compensation) राशि के लिए प्रतिवेदन बनवाना था। प्रतिवेदन बनाने की एवज में वन चौकी सहजपुरी वेदवारा में पदस्थ वनरक्षक जसवंत पुत्र हरीश सिंह धुर्वे (46) निवासी ग्राम उमरा (दमोह) और वन चौकी खैराना किशनगढ़ दक्षिण वन मंडल सागर में पदस्थ वनपाल शेख हनीफ पुत्र शेख पीरबक्स ने रिश्वत की डिमांड की। जिसके बाद लोकायुक्त की टीम ने चांदपुर में दोनों को रिश्वत लेते हुए दबोच लिया। दोनों के जब हाथ धुलवाए तो लाल हो गए।
मुरैना में चाय पानी के लिए मांगे 3300 रुपए
लोकायुक्त की टीम ने कैलारस के पहाड़गढ़ जनपद पंचायत के ग्राम नरहोली के रोजगार सहायक दिनेश कुशवाह को 3300 रुपए की घूस लेते हुए ट्रैप किया है। कर्मचारी ने नरहोली गांव के भरतलाल उमरैया से जॉब कार्ड बनाने की एवज में खर्चा पानी के लिए 3300 रुपए की रिश्वत मांगी थी।
भरतलाल ने दिनेश को जौरा के स्टेट बैंक के सामने रिश्वत देने के लिए बुलाया। इसी दौरान पास में ही मौजूद लोकायुक्त की टीम ने उसे तुरंत पकड़ लिया। उसकी जेब से नोट निकलवाए और हाथ धुलवाए तो उसके हाथ लाल रंग से रंग गए।