अंकुश मौर्य, BHOPAL. मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के रिजल्ट से बहुत उम्मीदें हैं। कर्नाटक में कांग्रेस को जीत मिलती है तो इसका फायदा मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के विधानसभा चुनाव में भी मिलेगा। कर्नाटक में जिस तरह बीजेपी के कई नेता पाला बदलकर कांग्रेस में शामिल हुए हैं, मध्यप्रदेश में भी ऐसे ही हालात पैदा हो सकते हैं। सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बंगले पर हुई चुनाव अभियान समिति की बैठक से निकले पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने ये बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि बीजेपी के कई बड़े नेता कांग्रेस नेताओं के संपर्क में हैं।
क्षेत्रवार जिम्मेदारी लेंगे नेता
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने बैठक में मौजूद नेताओं से क्षेत्रवार जिम्मेदारी दिए जाने पर सहमति मांगी। जिस पर नेताओं ने हामी भरी है। मतलब साफ है कि कांग्रेस एकजुट होकर मैदान में उतरेगी। प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेता सभी सीटों का ना सिर्फ दौरा करेंगे, बल्कि जीत की जिम्मेदारी भी लेंगे। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, अजय सिंह, अरुण यादव, सुरेश पचौरी, जीतू पटवारी, तरुण भनोत, कमलेश्वर पटेल, रामनिवास रावत, कांतिलाल भूरिया, मीनाक्षी नटराजन, समेत तमाम नेता मौजूद थे।
राहुल और प्रियंका करेंगे दौरा
15 मई के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी मध्यप्रदेश के दौरे पर आएंगे। पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने बताया कि दोनों नेता विंध्य का दौरा भी करेंगे। वहीं जयवर्धन सिंह ने कहा कि देशभर के कांग्रेस के बड़े नेता प्रदेश में सक्रिय रहेंगे।
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लाड़ली बहना का तोड़ निकालेगी कांग्रेस
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सामने शिवराज सरकार की फ्लैगशिप योजनाएं बड़ी चुनौती हैं। लिहाजा इस बैठक में खासतौर पर लाड़ली बहना योजना का काउंटर करने पर चर्चा हुई। पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा कि कांग्रेस इन योजनाओं का सच जनता को बताएगी। सीएम शिवराज को बहनों की इतनी चिंता थी तो 18 साल बाद याद क्यों आई।