BHOPAL. मध्यप्रदेश सरकार को 12 दिसंबर को चार साल पूरे हो गए हैं, इसी दिन द सूत्र ने अपने सबसे बड़े ऑनलाइन और ऑफलाइन तरीके से किए गए सर्वे के नतीजों का खुलासा किया था। द सूत्र के इस सर्वे के नतीजे पर कांग्रेस के सर्वे के आंकड़े मुहर लगा रहे हैं। द सूत्र ने बताया था कि यदि आज चुनाव हो जाएं तो कांग्रेस के कितने विधायक मजबूत स्थिति में है और कितने कमजोर, कांग्रेस के अंदरूनी सर्वे के आंकड़ें और द सूत्र के सर्वे के आंकड़ों में ज्यादा अंतर नहीं है। 12 दिसंबर को द सूत्र ने दिखाया था कि, यदि आज चुनाव हुए तो क्या स्थिति रहेगी। तो कांग्रेस के 96 में से 61 विधायक मजबूत स्थिति में है। 22 विधायक कमजोर हैं और 13 विधायकों की स्थिति बराबर वाली है यानी वो अपनी स्थिति बेहतर कर सकते हैं। अब कमलनाथ भी अपने विधायकों की स्थिति का आंकलन करने के लिए सर्वे करवाते हैं। कमलनाथ ने दूसरा सर्वे करवाया है और इस सर्वे के नतीजे सामने आए हैं, सूत्र बताते हैं कि इस इंटरनल सर्वे में बताया गया है कि कांग्रेस के मौजूदा 95 विधायकों में 54 विधायकों की स्थिति मजबूत है, यहां ये बताना जरूरी है कि द सूत्र ने कांग्रेस के 96 विधायकों के हिसाब से अपना सर्वे किया जबकि कांग्रेस अपने विधायकों की संख्या 95 बताती है क्योंकि बड़वाह विधायक सचिन बिरला यूं तो बीजेपी में ज्वाइन हो चुके हैं लेकिन कांग्रेस ने उन्हें बाहर नहीं निकाला है। अब कांग्रेस कह रही है कि 54 विधायकों की स्थिति मजबूत है और द सूत्र का सर्वे कहता है कि 61 विधायकों की स्थिति मजबूत है यानी बेहद नजदीकी अनुमान। अब कांग्रेस ने ये पाया है कि उसके 17 पूर्व मंत्रियों की स्थिति मजबूत है और द सूत्र के सर्वे में भी 14 पूर्व मंत्रियों की स्थिति मजबूत पाई गई है।
कमलनाथ के सर्वे और द सूत्र के सर्वे में जिन मंत्रियों की स्थिति मजबूत है वो देखिए
डॉ.गोविंद सिंह (लहार)
लाखन सिंह यादव (भितरवार)
जयवर्धन सिंह (राघोगढ़)
हर्ष यादव (देवरी)
कमलेश्वर पटेल (सिंहावल)
तरुण भनोट (जबलपुर पश्चिम)
ओंकार सिंह मरकाम (डिंडौरी)
प्रियव्रत सिंह (खिलचीपुर)
हुकुम सिंह कराडा (शाजापुर)
सज्जन सिंह वर्मा (सोनकच्छ)
विजय लक्ष्मी साधौ (महेश्वर)
सचिन यादव (कसरावद)
बाला बच्चन (राजपुर)
कांग्रेस के सर्वे में जीतू पटवारी (राऊ) और लखन घनघौरिया (जबलपुर पूर्व) की स्थिति मजबूत है और द सूत्र के सर्वे में ये दोनों बराबरी पर हैं।
वहीं कांग्रेस के सर्वे में सुखदेव पांसे (मुलताई) और पीसी शर्मा (भोपाल दक्षिण-पश्चिम) भी मजबूत बताए गए हैं जबकि द सूत्र के सर्वे में पांसे कमजोर नजर आ रहे हैं
कांग्रेस ने 37 सीटों के विधायकों को चुनाव की तैयारियों में जुटने को कहा
कांग्रेस के अंदरूनी सर्वे के बाद पीसीसी ने 37 सीटों के विधायकों को चुनाव की तैयारियों में जुट जाने के लिए कहा है। द सूत्र के सर्वे में ये निकलकर सामने आया कि बीजेपी 55 सीटों पर मजबूत 56 सीटों पर कमजोर और 16 सीटों पर बराबरी की स्थिति में है। मजबूत और बराबरी की सीटों को जोड़ा जाए तो 71 सीटें होती है और कांग्रेस के सर्वे में निकलकर सामने आया है कि 69 सीटों पर यदि कांग्रेस 6 महीने पहले उम्मीदवार घोषित करें तो नतीजे बदल सकती है। यानी ये वो सीटें हैं जो बीजेपी का मजबूत गढ़ हैं। यानी अब कांग्रेस रणनीतिक तौर पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है। और सबसे अहम बात ये है कि 12 दिसंबर 2022 को सरकार बनने के 4 साल बाद द सूत्र ने जो सियासी तस्वीर पेश की वो कहीं न कहीं सटीक अनुमान है।
अब दोनों ही दलों के पास बचे हैं 10 महीने
इन 10 महीनों में ये दल द सूत्र के इस सर्वे के नतीजों को बदल सकते हैं। लेकिन हमारी कोशिश यही थी कि आज चुनाव हो तो क्या तस्वीर होगी और जिस तरीके से कांग्रेस के सर्वे के आंकड़े हैं वो द सूत्र के सर्वे के नतीजों के बेहद करीब हैं।