BHOPAL. मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले कैबिनेट में फेरबदल की कवायद फिर तेज हो गई है। सूत्रों के मुताबिक मंत्रिमंडल में 12 नए चेहरों को जगह मिल सकती है। वहीं नॉन परफॉर्मेंस मंत्रियों को हटाया जा सकता है। आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए जातिगत समीकरणों को साधने के लिए भी मंत्रिमंडल में फेरबदल होगा। मध्यप्रदेश में एंटीइन्कम्बेंसी दूर करने के लिए सीएम शिवराज कैबिनेट में अंतिम फेरबदल कर सकते हैं।
1 दिन पहले जेपी नड्डा से मिले थे सीएम शिवराज
1 दिन पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान को दिल्ली तलब किया गया था। बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन मंत्री बीएल संतोष के साथ करीब डेढ़ घंटे से ज्यादा मुलाकात की थी। सूत्रों की मानें तो मध्यप्रदेश सरकार में अब तक का सबसे बड़ा फेरबदल हो सकता है। कैबिनेट में कई नए चेहरे शामिल होंगे। वहीं कई नॉन परफॉर्मेंस चेहरों को मंत्री पद से हाथ भी धोना पड़ सकती है। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर आखिरी फैसला बीजेपी आलाकमान को ही लेना है।
मंत्रिपरिषद में 4 पद खाली
आपको बता दें कि इसी साल अक्टूबर महीने में मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होना है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के लिए मंत्रिमंडल विस्तार बेहद अहम माना जा रहा है। 230 विधानसभा सीटों वाले मध्यप्रदेश में फिलहाल बीजेपी के 122 विधायक हैं, जबकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा 30 मंत्री हैं। मंत्रिपरिषद में 4 पद खाली हैं। अधिकतम मंत्रिमंडल में संख्या 35 की जा सकती है। मौजूदा मंत्रिमंडल में सरकार में जातिगत समीकरण बैठाने की कोशिश की गई थी। प्रदेश में एंटीइन्कंबेंसी देखते हुए मंत्रिमंडल में फेरबदल की तैयारी है।
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मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं 12 नए चेहरे
मध्यप्रदेश के मंत्रिमंडल में 12 नए चेहरों को जगह दी जा सकती है। मौजूदा मंत्रिमंडल में से करीब 6 से 8 चेहरों को संगठन में भेजा जा सकता है। फिलहाल जातिगत समीकरण के हिसाब से 10 राजपूत, 8 ओबीसी, 4 एसटी, 3 एससी और 2 ब्राह्मण चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। इस समीकरण को और भी ज्यादा व्यवस्थित करने की तैयारी की जा रही है। मंत्रिमंडल विस्तार पर अंतिम फैसला आना अभी बाकी है। इसके लिए और भी बैठकें हो सकती हैं।