भिंड-मुरैना में रेस्क्यू जारी: बाढ़ से अब तक 18 लोगों की मौत, कई घर तबाह, पढ़ें पूरे हालात

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भिंड-मुरैना में रेस्क्यू जारी: बाढ़ से अब तक 18 लोगों की मौत, कई घर तबाह, पढ़ें पूरे हालात

मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल संभाग में बाढ़ से मची तबाही की वजह से अब तक 18 लोगों की मौत हुई है। राज्य स्तर से लेकर केंद्र सरकार भी बाढ़ के हालात पर नजर बनाए हुए हैं। वहीं चंबल नदी का जलस्तर अब कम हो रहा है, लेकिन अब भी खतरे के निशान के ऊपर है। दोनों जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। हेलिकॉप्टर और बोटों के जरिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। सिंध, पार्वती, नोन व कूनो नदी का पानी उतर गया है। इससे ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी और श्योपुर में रेस्क्यू ऑपरेशन बंद कर दिया गया है।

4 हजार मकान ढह गए 

बाढ़ और मकान गिरने से सबसे ज्यादा शिवपुरी में 11 लोगों ने जान गंवाई है। ग्वालियर में 3, मुरैना में 2, भिंड-श्योपुर में एक-एक की जान गई है। बाढ़ की वजह से 50 हजार से ज्यादा लोग  प्रभावित हैं। अलग-अलग जिलों में बने 126 राहत कैंप में हजारों लोग शरण लिए हैं। बाढ़ से करीब 4 हजार मकान ढह गए हैं।  

800 MM पानी बरस चुका

ग्वालियर-चंबल के इलाकों में लगातार बारिश हो रही है। चार दिन में 800 MM पानी बरस चुका है। मौसम विभाग ने शुक्रवार के लिए गुना, श्योपुर को रेड जोन में रखते हुए भारी बारिश की संभावना जताई है, जबकि शिवपुरी, मुरैना और ग्वालियर ऑरेंज जोन में हैं।

मुरैना के हालात

चंबल नदी का जलस्तर मुरैना में 145 मीटर से घटकर 142.80 मीटर पर आ गया है। मुरैना के 68 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। इनमें 2649 परिवार फंसे हैं। इनकी संख्या 13 हजार 574 है। जिला प्रशासन की टीम ने 4596 लोगों को शुक्रवार सुबह तक रेस्क्यू कर लिया है। NDRF के 50, SDRF के 23, आर्मी के 50 और DFO व होमगार्ड के साथ पुलिस बल के जवान रेस्क्यू कर रहे हैं। दो मौत और 100 से ज्यादा मवेशी की मौत की खबर है।

ग्वालियर के हालात

ग्वालियर में 46 गांव प्रभावित हैं। करीब 300 लोगों रेस्क्यू कर बाढ़ के बीच में से बचाया गया है। 8250 लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है। 8 राहत शिविर बनाए गए हैं। 3 लोगों की मौत भी हो चुकी है। दो लापता हैं। सरकारी रिकॉर्ड में 150 से ज्यादा मवेशी बह चुके हैं।  

दतिया के हालात

दतिया में उफनती सिंध नदी ने काफी नुकसान किया है। यहां 200 से ज्यादा मकान बह गए हैं। 1165 लोगों को बाढ़ से बाहर निकाला गया है। 2675 को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। 8 राहत शिविर में करीब 3 हजार लोग हैं। रेस्क्यू बंद हो चुका है। दतिया के करीब 36 गांव गहरी चपेट में हैं। 

मदद का भरोसा

सीएम शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि जिन किसानों की फसलें नष्ट हुई हैं, उनका जल्द से जल्द सर्वे कराकर राहत राशि वितरित की जाएगी। जिनका कुआं और नलकूप नष्ट हुआ है उन्हें 25,000 रूपये, गाय, भैंस, बैल मवेशी की मौत पर 30,000, साथ ही छोटे जानवर की मौत पर 10,000 रूपए की आर्थिक मदद दी जाएगी। इसके अलावा यदि बकरा, बकरी और मुर्गा-मुर्गी की मौत हुई होगी तो उनके मालिकों को भी सरकार आर्थिक राहत देगी।’’

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