मध्य प्रदेश राज्य सेवा परीक्षा-2020 मेन्स का रिजल्ट जल्द, वकीलों के साथ चर्चा के बाद पीएससी में बनी सहमति

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The Sootr
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मध्य प्रदेश राज्य सेवा परीक्षा-2020 मेन्स का रिजल्ट जल्द, वकीलों के साथ चर्चा के बाद पीएससी में बनी सहमति

संजय गुप्ता, INDORE. लंबी जद्दोजहद के बाद मप्र लोक सेव आयोग (पीएससी) ने राज्य सेवा परीक्षा 2020 की मैन्स का रिजल्ट जारी करने का फैसला ले लिया है। इस संबंध में पीएससी ऑफिस में अधिवक्ताओं के साथ पीएससी के अधिकारियों की बैठक हो चुकी है, जिसमें इस बात पर सहमति हो गई है कि परीक्षा का रिजल्ट मप्र शासन के 87-13 फीसदी वाले फार्मूले के आधार पर जारी किया जाए। अब इस परीक्षा के रिजल्ट को जल्द से जल्द तैयार कर जारी कर दिया जाए, यदि कोई कानूनी बाधा आएगी तो फिर जैसा हाईकोर्ट निर्देश देगा वह कर लिया जाएगा। लेकिन इस बात पर सहमति हो गई है कि अब बस रुका हुआ रिजल्ट जारी किया जाए। रिजल्ट की तारीख तो सामने नहीं आई है, लेकिन एक वाक्य कहा गया है कि यथाशीघ्र यानी किसी भी दिन यह रिजल्ट आ सकता है, और इसकी उलटी गिनती शुरू हो चुकी है।



किस तरह से जारी होगा रिजल्ट



हाईकोर्ट में चले एक केस में राज्य सेवा परीक्षा 2020 को लेकर हाईकोर्ट के निर्देश है कि ओबीसी आरक्षण 14 फीसदी से ज्यादा नहीं होना चाहिए। इसी अंतरिम निर्देश के चलते अभी तक अधिकारी असमंजस में थे और विधिक सलाह मांगी थी। लेकिन इसमें हो रही देरी के बाद यही तय हुआ कि जो शासन के अंतिम निर्देश थे उसके तहत आगे बढा जाए, क्योंकि इसमें 14 फीसदी ही आरक्षण रखा जा रहा है, और 13 फीसदी के लिए वैसे ही प्रोविजनल रिजल्ट जारी होगा। 



इस तरह की है संभावनाएं



जानकारी के अनुसार 87-13 फीसदी के फार्मूले से आगे बढने के लिए पीएससी को पहले प्री का रिजल्ट बनाना होगा, इसके आधार पर पीएससी को यह पता चलेगा कि इसी फार्मूले से राज्य सेवा परीक्षा 2020 की मेन्स देने के लिए असल पात्र कौन थे, क्योंकि अभी 100 फीसदी पद के हिसाब से प्री का रिजल्ट जारी कर मेन्स ली गई थी। इसके बाद वो अभ्यर्थी जो इस फार्मूले से योग्य नहीं थे, उन्हें मेन्स के लिए योग्य नहीं माना जाएगा और वह मेन्स के रिजल्ट में डिसक्वालीफाइड होंगे। वहीं यदि ऐसे उम्मीदवार सामने आते हैं जिन्हें पहले घोषित प्री रिजल्ट में अयोग्य घोषित कर बाहर दिया गया था तो तब उनके लिए ऐसी स्थिति बनेगी कि उन्हें पात्र घोषित करते हुए उनके लिए साल 2019 की तरह विशेष मेन्स लेना होगी। गौरतलब है कि साल 2019 के लिए भी पीएससी ने इसी तरह से 30 से ज्यादा अभ्यर्थियों को मेन्स देने के बाद भी नए फार्मूले को लागू करने के बाद इन्हें अयोग्य घोषित किया था। 



पीएससी हर तरह से विचार कर जारी करेगा रिजल्ट



पीएससी अधिकारियों ने रिजल्ट तैयार करने के लिए संबंधित सेक्शन को बोल दिया है। तैयारी करने के बाद एक बार फिर उच्च अधिकारी बात करेंगे और फिर विधिक तौर पर सभी पहलू समझते हुए औपचारिक तौर पर रिजल्ट जारी कर देंगे, साथ ही उन्हें रिजल्ट जारी कर यह भी फैसला लेना होगा कि इसकी सूचना जल्द जारी हो और आगे इसमें चयन प्रक्रिया भी आगे बढाई जाए।


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