Bhopal: मध्यप्रदेश में गर्मी के तीखे तेवर बरकरार हैं। इसी क्रम में मंगलवार को सबसे अधिक 45.6 डिग्री सेल्सियस तापमान खजुराहो में दर्ज किया गया। खजुराहो, नौगांव एवं राजगढ़ में लू चली। 19 शहरों में पारा 42 डिग्रीसे. से अधिक रिकार्ड किया गया है। मौसम विज्ञानियों(meteorologists) के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में कुछ मानसूनी हलचल बढ़ी है। 10 जून से प्रदेश में मानसून(monsoon) पूर्व की गतिविधियां बढ़ने की संभावना है। इससे गर्मी से राहत मिलने का सिलसिला शुरू होने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र(meteorological center) के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि हवाओं के साथ नमी न आने के कारण एक सप्ताह से राजधानी सहित पूरे मप्र में गर्मी के तेवर(heat wave) लगातार तीखे बने हुए हैं। दरअसल बंगाल की खाड़ी में तो मानसून कुछ आगे बढ़ रहा है, लेकिन अरब सागर में 30 मई से मानसून स्थिर बना हुआ है। इस वजह से नम हवाएं नहीं चलने से मौसम शुष्क बना हुआ है। मानसून पूर्व की गतिविधियां भी शुरू नहीं हो पा रहीं है। इससे पूरे प्रदेश में तापमान(Temperature) बढ़ रहा है। बुधवार को भी सागर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं लू चल सकती है।
ऊपरी भाग में चक्रवात
मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ हिमाचल प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। उत्तर प्रदेश के मध्य में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर एक ट्रफ लाइन पूर्वी मप्र से होकर तेलंगाना तक बनी हुई है। इसी चक्रवात से एक अन्य ट्रफ लाइन उत्तरी बांग्लादेश तक बनी हुई है। बंगाल की खाड़ी में मानसूनी हलचल तेज होने लगी है। इस वजह से 10 जून से हवाओं के साथ नमी आने से मप्र में मानसून पूर्व की गतिविधियां शुरू होने की संभावना है। बादल छाने और बूंदाबांदी होने के कारण दिन के तापमान में गिरावट होगी। इससे भीषण गर्मी से कुछ राहत मिलने की संभावना है।