BHOPAL. उज्जैन के महाकाल लोक परिसर में तेज हवा के चलते सप्तऋषियों की 7 में से 6 मूर्तियां टूट गईं। इस पर जबर्दस्त राजनीति हो रही है। 31 मई को कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर निशाना साधा। कांग्रेस ने कहा कि महाकाल लोक के काम में 80% भ्रष्टाचार हुआ। घटिया क्वालिटी की मूर्तिंया लगाई गईं। इस मामले की जांच हाई कोर्ट जज द्वारा कराई जानी चाहिए। मामले में शिवराज सरकार की सफाई के 24 घंटे बाद ही कांग्रेस ने हमला बोला। 30 मई को नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि इसमें कांग्रेस ने पेमेंट किया, उनके आरोप झूठे हैं।
कांग्रेस ने क्या कहा
- शोभा ओझा ने कहा- महाकाल लोक में 80 फीसदी करप्शन हुआ।
हमारे समय में टेंडर निकला, पेमेंट कांग्रेस के समय हुआ- भूपेंद्र सिंह
30 मई को प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंत्री भूपेंद्र सिंह बोले- 2017 में महाकाल लोक बनाने का फैसला किया था और इसके लिए 100 एकड़ जमीन अधिग्रहण करने का फैसला किया। 200 करोड़ की राशि भू अर्जन के लिए दी। 2018 में जब हमारी सरकार थी, तब महाकाल लोक का टेंडर किया गया था। महाकाल लोक के टेंडर के बाद बीच में कांग्रेस की सरकार आई। कांग्रेस की सरकार में 7 मार्च 2019 को इसका वर्कऑर्डर जारी हुआ। 18 जून 2019 को आर्टवर्क और मूर्ति लगाने का फैसला किया गया यानी तकनीकी स्वीकृति दी गई। 13 जनवरी 2020 में भी कांग्रेस की सरकार थी। 28 फरवरी को जो पेमेंट हुआ, तब भी कांग्रेस की सरकार थी। सज्जन सिंह वर्मा उज्जैन के प्रभारी मंत्री थे। उस वक्त के मुख्यमंत्री नगरीय प्रशासन मंत्री और चीफ सेक्रेटरी ने सबकुछ देखा था।