Neemuch. नीमच में कांग्रेस के ही प्रदर्शन के वक्त राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अपमान का मामला सामने आया। जहां गांधी जी तस्वीर आधे घंटे तक जमीन पर पड़ी रही। कांग्रेसियों ने पहले तो माल्यार्पण किया, फिर स्वागत की आपाधापी में तस्वीर जमीन पर गिर गई। लेकिन हैरानी तो तब हुई जब इस ओर किसी का भी ध्यान नहीं गया। मौके पर पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के अलावा कांग्रेस के दूसरे नेता भी मौजूद थे।
तस्वीर को उठाकर कार में रखा
शनिवार को शहर के फोर जीरो चौराहे पर कांग्रेस ने महंगाई और अन्य मुद्दों को लेकर प्रदर्शन किया था। अतिथियों ने महात्मा गांधी की तस्वीर पर माल्यापर्ण कर कार्यक्रम शुरू किया। इसके बाद मंच पर कार्यकर्ताओं की भीड़ जमा हो गई। आपाधापी में कुर्सी पर रखी गांधीजी की तस्वीर गिर गई और कांच टूट गया। कांग्रेसी प्रदर्शन में इतने व्यस्त हो गए कि उन्होंने तस्वीर को मंच के कोने में रख दिया। करीब आधे घंटे तक यह तस्वीर कोने में पड़ी रही। इसके बाद मीडिया की नजर पड़ी, तो कांग्रेस के जिला कार्यालय प्रभारी ने आनन-फानन में तस्वीर उठाकर पूर्व विधायक नंदकिशोर पटेल की कार में रख दी।
कांग्रेस की सफाई
मामले में जिला कांग्रेस अध्यक्ष अजीत कांठेड़ का बयान सामने आया. उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में अतिथियों को माला पहनाने के दौरान मंच पर भीड़ हो गई थी, इसी बीच टेंट हाउस की टेबल पर रखी महात्मा गांधी की तस्वीर गिर गई और टूट गई। चूंकि मंच पर भीड़ की वजह से तस्वीर गिरी है, उसमें कांग्रेस का महात्मा गांधी की अवज्ञा करने का भाव नहीं है।
सज्जन का बीजेपी पर वार
पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ने कहा कि मंदसौर की सभा में मैंने जिन्ना को साहब बोल दिया तो बीजेपी के बिच्छू मेरे पीछे पड़ गए। इनको तिल का ताड़ बनाना है। देश को आजादी दिलाने में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी धर्मों के लोग शामिल हुए। हर स्वतंत्रता सेनानी हमारे देवदूत हैं। पं. नेहरू और जिन्ना भी स्वतंत्रता सेनानी थे। उनका नाम भी आदर्श के साथ लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय बीजेपी के चार-पांच बिच्छू जगह-जगह घूमकर लोगों को भ्रमित करते हैं।