संजय गुप्ता, INDORE. कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के पहले निर्वाचन आयोग पर आरोप लगाते हुए बीजेपी की कठपुतली बताया है। सात ही कानूनी नोटिस भेजा गया है। मंगलवार (25 अप्रैल) को प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष सिंह गौतम एवं मतदाता-सूची कार्य के इंदौर प्रभारी दिलीप कौशल (पूर्व पार्षद) ने जानकारी देते हुए बताया कि इंदौर जिले की 09 विधानसभा सीटों के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा 302 अपात्र कर्मचारियों को शासकीय BLO बनाया गया है। यह कर्मचारी भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित पात्रता नहीं रखते हैं, जिनके कारण इंदौर की मतदाता-सूचियों में निरंतर गड़बड़ियां सामने आ रही हैं। ऐसे 302 अपात्र कर्मचारियों को BLO के कार्य से तत्काल मुक्त करने और उनके द्वारा किये गए कार्यो की जांच हेतु इंदौर के कांग्रेस पार्टी संगठन प्रभारी महेंद्र जोशी एवं पूर्व पार्षद दिलीप कौशल ने अपने अभिभाषक जयेश गुरनानी के माध्यम से भारत निर्वाचन आयोग, मध्यप्रदेश निर्वाचन आयोग, जिला कलेक्टर सहित सभी रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को कानूनी नोटिस भेजकर अपात्र BLO कर्मचारियों की सूची भी सौंपी है।
इसके पहले भी लगाए थे मतदाता सूची में शुद्धीकरण के आरोप
कांग्रेस ने कहा कि मतदाता-सूची निर्वाचन का अहम् भाग है, जिसमें फर्जी तथा डुप्लीकेट नाम होना लोकतंत्र की हत्या के समान है। साल 2021 में किए गए खुलासे के बाद भी मतदाता-सूची का शुद्धिकरण नहीं होने पर कांग्रेस ने उच्च न्यायलय से याचना की थी, जिसमें अपर कलेक्टर ने शपथ-पत्र के साथ पत्र देकर 2 लाख 59 हजार नाम मतदाता-सूची से विलोपित किए जाने का लेख किया था और हाल ही में इस वर्ष 5 जनवरी 2023 को विधानसभा चुनाव-2023 के लिए अंतिम प्रकाशित की गई मतदाता-सूची में से भी 1 लाख 35 हजार 836 नाम हटाए गए।
आखिर गलत नाम जुड़े कैसे
कांग्रेस नेताओ ने पत्रकार-वार्ता में बड़ा सवाल उठाया है कि आखिर मतदाता-सूचियों में लाखों फर्जी नाम कैसे जुड़े ? और बिना विधिक प्रक्रिया अपनाए, हटा क्यों दिए गए ? निर्वाचन आयोग लोकतंत्र का मजबूत स्तंभ है परन्तु उसके द्वारा संविधान तथा कानून का खुला उल्लंघन किया जा रहा है व बीजेपी को जिताने के लिए पारदर्शी तरीके से कार्य नहीं करते हुए नित्य नए पैंतरे अपनाए जा रहे हैं, मतदाता सूचियों में गड़बड़ियां , मतदान केन्दों का फेरबदल, मतदान केन्द्रों का पुनर्निर्धारण कर उनकी संख्या कम करना, निर्वाचन कार्यालय से रेकार्ड चोरी होना और अब सैकड़ो अपात्र कर्मचारियों को BLO बनाया जाना इन गड़बड़ियों का प्रमाण है।
प्रदेश की सबसे बड़ी-छोटी विधानसभा यहीं
मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी और सबसे छोटी विधानसभाएं इंदौर में हैं। कांग्रेस पार्टी विगत विधानसभा चुनाव में 5 नम्बर सीट मात्र 1100 मतों से हार गई, जबकि निर्वाचन कार्यालय द्वारा इस वर्ष जारी की गई मतदाता-सूची में 5857 नए मतदाता जुड़े हैं और 27819 मतदाताओ के नाम बिना विधक प्रक्रिया के काटे गए हैं। इसी प्रकार विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 03 में 1701 नए नाम जोड़ने के बाद 8077 नाम मतदाता-सूची से काटे गए हैं। इस प्रकार इंदौर की 09 विधानसभा क्षेत्रों में आगामी चुनाव के लिए इस वर्ष जारी की गई अंतिम प्रकाशित मतदाता-सूची में से 1 लाख 35 हजार 836 मतदाताओं के नाम काटे गए हैं। उक्त तथ्य अपात्र BLO की कार्य शैली का प्रमाण है।