Mandla, Asgar Quraishi. कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्यप्रदेश में है। इस दौरान अपनी जमीनों से विस्थापितजनों ने राहुल गांधी से मुलाकात की और अपना दर्द उनसे साझा किया। वहीं राहुल गांधी ने भी विस्थापितों को सुनकर उन्हें आश्वस्त कर कहा कि हमें इस अन्याय के खिलाफ मिलकर लड़ना होगा, हम डरेंगे नहीं लड़ेंगे।
जानकारी के अनुसार खरगोन जिले के भानबर में प्रदेश की विभिन्न परियोजनाओ से विस्थापित समुदाय के लोगों ने राहुल गांधी के साथ चर्चा की और अपनी बात रखी। इस दौरान नर्मदा घाटी के सरदार सरोवर बांध, बरगी बांध, चुटका परमाणु परियोजना प्रभावित, कूनो एवं कान्हा नेशनल पार्क विस्थापित और बक्सवाह हीरा खदान से प्रभावित समुदाय के लोग मौजूद रहे। इस दौरान सबसे पहले बात रखते हुए चुटका परमाणु विरोधी संघर्ष समिति के अध्यक्ष दादु लाल कूड़ापे ने बताया कि बरगी बांध में जमीन का बहुत ही कम मुआवजा देकर धोखा किया गया। अब चुटका परियोजना में बगैर सहमति के जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि जमीन के बिना हम आदिवासी जिंदा नहीं रह सकते हैं, हमारे पास खेती के अलावा कोई ज्ञान नहीं है। बरगी विस्थापन की त्रासदी हमारे बच्चे भोग रहे हैं।
वहीं बरगी बांध विस्थापित मत्स्य उत्पादन एवं विपणन सहकारी संघ के अध्यक्ष मुन्ना बर्मन ने कहा कि बरगी जलाशय में मत्स्य उत्पादन में गिरावट के कारण मछुआरा रोजगार के लिए पलायन को बाध्य है। दूसरी ओर राज्य मत्स्य महासंघ द्वारा प्रदेश में मछली पकङने का मजदूरी 32(बड़ी) और 18(छोटी) रूपये प्रति किलो भुगतान किया जाता है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में जलाशय का मछली ठेकेदारी व्यवस्था समाप्त कर विस्थापितों की सहकारी समिति को मत्स्य उत्पादन एवं विपणन का अधिकार दिया जाए।
इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व निवास विधायक डाक्टर अशोक मर्सकोले ने किया। सभी परियोजनाओ से विस्थापित समुदाय की बात सुनने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि आदिवासियों को जमीन और गांव से विस्थापित करना अन्याय है। गरीब लोगों की जमीन को छीनकर बङे कार्पाेरेट को दिया जा रहा है।
इस अन्याय को रोकने मिलकर लड़ना होगा- राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा कि इस अन्याय को रोकने के लिए सभी को मिलकर बिना डरे लड़ना होगा। यूपीए के समय बनाए गए भूमि अधिग्रहण कानून, वन कानून, सूचना का अधिकार कानून जैसे अनेक कानूनों को कार्पाेरेट के पक्ष में कमजोर किया जा रहा है। उन्होने कहा कि आदिवासी, किसान, मछुआरे, छोटे व्यापारी और बेरोजगार युवा अपने उपर होने वाले अन्याय के खिलाफ बिना डरे आवाज उठाएं और भारत जोङो का उद्देश्य भी यही है। विगत 23 नवम्बर को बुराहन पुर की भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी के साथ पैदल चलकर बरगी बांध विस्थापित एवं प्रभावित संघ के राज कुमार सिन्हा ने नर्मदा घाटी का विस्थापन, अवैध रेत खनन और प्रदुषित होती नर्मदा पर विस्तृत बात बताई थी।
विस्थापन की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, पुर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रभारी जय प्रकाश अग्रवाल, पुर्व पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश,पुर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन, नर्मदा बचाओ आंदोलन की मेधा पाटकर, चुटका की मीरा बाई मरावी, राज कुमार सिन्हा शामिल थे।