कमलेश सारडा, MANDSAUR. मध्य प्रदेश में मंदसौर के कुख्यात तस्कर सलीम लाल एनकाउंटर मामले में 11 पुलिस कर्मियों को कोर्ट ने क्लीन चिट दे दी है। 16 साल पहले कुख्यात तस्कर का एनकाउंटर हुआ था।
मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने की थी कार्रवाई
थाना भावगढ पर पदस्त एसआई अजय मिश्रा को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुख्यात तस्कर सलीम लाला आकोदाडा के नबीनूर से अवैध मादक पदार्थों को लेने आने वाला है। जो पहले से फरार आरोपी है। तब अजय मिश्रा सलीम लाला को पकड़ने के लिए दो दल बनाकर कर कार्रवाई करने घटनास्थल की तरफ रवाना हुए। सूचना अनुसार वहां पर सलीम लाला अपने साथियो के साथ अवैध अस्लाह मिला तब पुलिसकर्मियों ने समर्पण करने को कहा।
आरोपी तस्कर को छोड़कर उसके साथी हो गए थे फरार
इस दौरान सलीम लाला ने जवाब मे पुलिस दल पर फायर किया,पुलिस ने फिर चेताया पर सलीम ने फायर किया। जिससे अजय मिश्रा को पैर पर गोली लगी। इस पर पुलिस ने भी फायर किया जिसके परिणाम स्वरूप सलीम को गोली लगी और वो घायल हो गया। वहीं उसके साथी भाग गए।
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तस्कर के परिजन ने कोर्ट में लगाई याचिका
पुलिस की टीम घायल सलीम को लेकर अस्पताल पहुंची, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद मृतक सलीम के घरवालों ने फर्जी एनकाउंटर बताते हुए विरोध प्रदर्शन किया। इसके साथ ही परिजनों ने CJM के कोर्ट में कंप्लेन्ट की। मृतक सलीम के पिता पिरशेद खान ने 11 पुलिसकर्मियों पर एनकाउंटर का आरोप लगाया। जिस पर संज्ञान लेते हुए सभी पुलिस कर्मियों पर केस दर्ज हुआ।
कोर्ट ने 11 पुलिसकर्मियों को दी क्लीन चिट
पिरशेद खान की ओर से 11 गवाहों के कथन कोर्ट में हुए। जिनकी बारीकी से जांच की गई। अभियुक्तों की ओर से पैरवी कर रहे वकील जितेंद्र सिंह सिसोदिया के तर्को से सहमत होकर सभी पुलिस कर्मियों को बरी कर दिया।