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Jabalpur. जबलपुर की मध्यप्रदेश मेडिकल यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले और पढ़ाई खत्म कर चुके छात्र-छात्राओं को बड़े लंबे समय बाद बड़ी राहत मिली है। मेडिकल यूनिवर्सिटी से संबद्ध एलोपैथी, आयुर्वेद, होम्योपैथी, योग और नेचुरापैथी के 5 सौ से ज्यादा कॉलेजों के स्टूडेंट्स को अब उनकी मार्कशीट मिलने लगी है। दरअसल दो साल में विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं की 78 हजार से ज्यादा मार्कशीट लंबित थीं। जिसके चलते स्टूडेंट्स विश्वविद्यालय के चक्कर काट रहे थे। नए कुलपति के आने के बाद डेढ़ माह में प्रशासन ने एमबीबीएस, बीएएमएस, बीएचएमएस, नर्सिंग और अन्य कोर्सेस के स्टूडेंट्स की 68 हजार मार्कशीट जारी कर दी हैं। अभी भी लगभग 10 हजार छात्रों को अपनी मार्कशीट का इंतजार है। जानकारी के मुताबिक जल्द ही बाकी की 10 हजार मार्कशीट भी जारी कर दी जाऐंगी।
15 सौ डिग्रियां भी हैं पेंडिंग
मेडिकल यूनिवर्सिटी में मार्कशीट के साथ-साथ डिग्री की पेंडेंसी भी काफी बढ़ गई है। मेडिकल स्टूडेंट्स डिग्री के लिए भटक रहे हैं। अभी 8 हजार छात्रों की डिग्री जारी की जा चुकी है। करीब 15 सौ डिग्री और जारी की जाना है। उनका डेटा अपडेट कर डिग्री तैयार की जा रही है। मेडिकल स्टूडेंट्स की मार्कशीट और डिग्री की पेंडेंसी खत्म करने के लिए एमयू के स्टाफ को डेढ़ महीने दिन के साथ ही रात में भी काम पर लगाया गया। एमयू के रजिस्ट्रार डॉ पुष्पराज बघेल ने बताया कि प्रमुख अधिकारियों के साथ आउटसोर्स के कर्मचारियों ने भी नियमित रूप से काम किया। इसमें परीक्षा में प्राप्त अंक, प्रतिशत, सत्र व अन्य डेटा के मिलान से लेकर क्रॉस चैक करना भी शामिल था।
स्टूडेंट्स को थी कई समस्याएं
मेडिकल स्टूडेंट्स को आगे की पढ़ाई विदेश में करने या फिर बैचलर या मास्टर डिग्री पूरी करने के बाद शासकीय नौकरी में कई जगह मार्कशीट और डिग्री प्राप्त नहीं होने के कारण दाखिला और कई सारे काम अटक रहे थे। कुलपति डॉ अशोक खंडेलवाल ने बताया कि एमयू से संबद्ध प्रदेश भर के मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट की मार्कशीट और डिग्री की पेंडेंसी ज्यादा थी। इसके कारण कई स्टूडेंट के काम प्रभावित हो रहे थे। डेढ़ महीने तक मिशन मोड पर काम किया गया। मार्कशीट और डिग्री तैयार कर स्टूडेंट्स को उपलब्ध कराई गई हैं।