Sagar: अक्सर हमारे समाज में प्रेम विवाह के नकारात्मक और सकारात्मक परिणाम देखने को मिलते हैं। मसलन कई बार आन, बान को लेकर लोग प्रेमी जोड़ों को मारने से भी गुरेज नहीं करते तो वहीं ऐसे लोग भी हैं जो हंसीखुशी उन्हें अपना लेते हैं। अक्सर यह भी देखा जाता है कि किसी के जीवन में प्रेम विवाह सौगात बनकर आता है अर्थात उनका भाग्य ही बदल जाता है। कुछ ऐसा ही हुआ है सागर जिले के गौरव पटेल के साथ के साथ। सागर ने गोंड समाज की जानकी से प्रेम विवाह किया था। 4 साल पहले उसने गौरव पटेल से लव मैरिज( love marriage) की और घर बसाया। उस समय उसने जरा भी नहीं सोचा था कि वह कभी गांव की प्रधान बनेगी, लेकिन आज सागर जिले की केसली जनपद की ग्राम पंचायत देवरी नाहरमऊ(Gram Panchayat Deori Naharmau) (नन्नी देवरी) में सबसे कम उम्र की सरपंच बन गई।
16 वार्डों के पंच भी निर्विरोध
गांव के ही गौरव पटेल से पहले दोस्ती हुई। दोस्ती प्यार में बदल गई तो हम दोनों ने शादी करने का फैसला किया। दोनों के परिवार वाले भी इसके लिए राजी हो गए।
शादी के करीब 4 साल बाद पंचायत चुनाव की घोषणा हुई। नाहरमऊ ग्राम पंचायत को एसटी महिला वर्ग के लिए आरक्षित (reserved for ST women) किया गया। एसटी महिला सीट होने के बाद सरपंच प्रत्याशी की तलाश हुई तो सिर्फ वही एक दावेदार निकली।
जानकी ने कभी सोचा नहीं था कि वह प्रधान बनेगी। शुरुआत में थोड़ा डर लगा, लेकिन परिवार वालों ने हौसला बढ़ाया। इसके बाद गांववालों ने निर्विरोध सरपंच बनाने का एकमत फैसला लिया। गांव के 16 वार्डों के पंच भी निर्विरोध(unopposed) चुने गए।
गांव में एकमात्र आदिवासी महिला हैं जानकी
देवरी नाहरमऊ (नन्हीं देवरी) ग्राम पंचायत का सरपंच पद एसटी महिला वर्ग के लिए आरक्षित हुआ था। 2011 की जनगणना के अनुसार गांव में 10 आदिवासी परिवार(10 tribal families) निवास करते थे, लेकिन वर्तमान में एक भी आदिवासी परिवार पंचायत में निवास नहीं करता हैं। 1670 की आबादी वाली ग्राम पंचायत देवरी नाहरमऊ में सिर्फ एक आदिवासी महिला जानकी है। उसने गौरव पटेल से प्रेम विवाह किया था। तभी से वह गांव की निवासी बनकर रह रही हैं।
...तो दोबारा होती आरक्षण प्रक्रिया
ग्राम पंचायत देवरी नाहरमऊ में सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार करीब 10 आदिवासी परिवार रहते हैं, लेकिन यह परिवार पिछले वर्षों में अलग-अलग समय पर गांव छोड़कर चले गए। 4 साल पहले जानकी ने प्रेम विवाह किया और वह गांव में ही रहने लगी। यदि लव मैरिज कर जानकी गांव में नहीं रह रही होती तो ग्राम पंचायत में सरपंच चुनाव के लिए दोबारा आरक्षण की प्रक्रिया(reservation process) करना पड़ जाती।