नासिर बेलिम रंगरेज, UJJAIN. उज्जैन में केंद्रीय भैरवगढ़ जेल में जीपीएफ घोटाले का मास्टरमाइंड जेल अकाउंटेंट रिपुदमन रघुवंशी बनारस से गिरफ्तार किया गया है। उज्जैन एसपी ने रिपुदमन पर 5 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। केंद्रीय जेल की पूर्व अधीक्षक उषा राजे की भी गिरफ्तार हुई है। पूछताछ के बाद उषा राजे को गिरफ्तार कर लिया गया था। उषा राजे और रिपुदमन रघुवंशी को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया और पुलिस को 2 दिन की रिमांड मिली है। उज्जैन एसपी सत्येंद्र शुक्ल ने बताया कि पूछताछ में 15 करोड़ से ज्यादा के गबन का पूरा खुलासा होगा।
दोनों पर अब तक विभागीय कार्रवाई नहीं
हैरानी की बात है कि इस मामले में उषा राजे और रिपुदमन रघुवंशी पर गंभीर आरोप लगे हैं। वे 2 दिन की पुलिस रिमांड पर हैं, लेकिन दोनों पर अब तक विभागीय कार्रवाई नहीं हुई है। दोनों को अब तक सस्पेंड नहीं किया गया है।
परिवार सहित फरार हो गया था रिपुदमन
गबन कांड सामने आने के बाद 12-13 मार्च के बीच घर पर ताला लगाकर रिपुदमन परिवार सहित फरार हो गया था। पुलिस ने इसके खिलाफ कई धाराओं में मामले दर्ज किए थे। इसके घर को सील करते हुए उज्जैन एसपी सत्येंद्र शुक्ल ने इस पर 5 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया था। गबन कांड के आरोपी रिपुदमन सिंह को पुलिस टीम बनारस से गिरफ्तार कर उज्जैन लाई है।
बाबू रिपुदमन से पूछताछ के बाद खुलेंगे राज
पुलिस के मुताबिक रिपुदमन से पूछताछ की जाएगी कि ये घोटाला कबसे किया जा रहा है। घोटाले में कौन-कौन शामिल था, इसे लेकर भी पूछताछ की जाएगी। जिन लोगों के खातों में राशि गई है, उन सटोरिए रोहित चौरसिया, रिंकू मांदरे और हरीश गेहलोद से बाबू रिपुदमन सिंह का सामना कराया जाएगा। पुलिस इस मामले में प्रहरी शैलेंद्र सिकरवार और धर्मेंद्र लोधी सटोरिए, सुशील परमार, पिंटू तोमर और अमित मीणा को ढूंढ रही है।
15 करोड़ से ज्यादा रुपए का हेरफेर
जिला कोषालय (ट्रेजरी) में भैरवगढ़ के कर्मचारियों का जीपीएफ ट्रांसफर करते समय पाया गया कि राशि एक की अकाउंट में ट्रांसफर की जा रही थी, जबकि ये रकम संबंधित कर्मचारी के खाते में जानी थी। जिला कोषालय के 4 अफसरों ने जांच की। इसमें पता चला कि 15 करोड़ से ज्यादा रुपए का हेरफेर सामने आया। इसमें यह ध्यान देने योग्य है कि केंद्रीय जेल भैरवगढ़ के डीडीओ के अधिकार जेल सुपरिंटेंडेंट के पास रहते हैं। जांच में ये भी पता चला कि पूरी राशि जेल सुपरिंटेंडेंट की अनुमति और दस्तखत से ही ट्रांसफर की गई।
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12वीं पास अकाउंटेंट रिपुदमन रघुवंशी
घोटाला करने वाला रिपुदमन रघुवंशी 12वीं क्लास तक पढ़ा है। 2018 से लेकर 2023 तक घोटाला किया गया। रिपुदमन रघुवंशी क्लर्क है। वो जेल में भविष्य निधि का काम-काज करता था। रिपुदमन रघुवंशी जेल के कर्मचारियों के पीएफ खाते से पैसे निकलवाने का फर्जी आवेदन देता था। आवेदन पर डीडीओ यानी जेल अधीक्षक की सहमति और साइन कराकर वो ट्रेजरी तक पंहुचाता था। रिपुदमन जिस कर्मचारी के खाते में सेंध लगाता था, उसका मोबाइल नंबर बदलकर अपना नंबर डाल देता था। पैसे के लिए आवेदन और निकलने की प्रक्रिया का मैसेज कर्मचारी के पास पहुंचता ही नहीं था।
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