संजय गुप्ता, INDORE. अपने तीखे बोलों के लिए पहचान रखने वाली पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने बेटियों के बलात्कारियों को नरपिशाच बताते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से इन्हें सार्वजनिक तौर पर फांसी देने की मांग की है। साथ ही कहा है कि सार्वजनिक फांसी देने के साथ ही इन्हें लटका रहने दिया जाए, अंतिम संस्कार भी नहीं हो, चील-कौवे इन्हें खाएं, ऐसे लोगों को कोई मानवाधिकार नहीं होता है। इस मांग के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाऊंगी। उषा ठाकुर का ये बयान वाला वीडियो महू का है जिसमें वो एक सभा को संबोधित कर रही थी।
ये बोलीं मंत्री उषा ठाकुर
मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि मैं चाहती हूं कि बेटियों के साथ गलत काम करने वालों के खिलाफ एक हस्ताक्षर अभियान चले। मुख्यमंत्री से मांग की जाए कि ऐसे लोग अपराध तो समाज में करते हैं लेकिन फांसी इन्हें कहां मिलती है जेल में एकांत में, जहां किसी ने देखा ही नहीं और ना ही किसी को पता चलता है, लोग भूल जाते हैं, उनकी याददाश्त कमजोर होती है और ना ही किसी के मन में भय होता है। बेटियों के बलात्कारियों को चौराहों पर फांसी दे दो और उनका अंतिम संस्कार भी नहीं होना चाहिए। लटका रहने दो इन्हें फांसी पर, चील-कौवे नोंच-नोंचकर खाएं, जब सभी ये देखेंगे तो दोबारा कोई बेटियों को हाथ लगाने की हिम्मत नहीं करेगा। सभी लोग एक पत्रक में पर अपना नाम, मोबाइल नंबर लिखकर हस्ताक्षर करें, सीएम से मांग करेंगे।
भाड़ में जाए मानवाधिकार आयोग-उषा ठाकुर
मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि इस दौरान मानवाधिकार आयोग को लेकर भी विपरीत टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि भाड़ में जाए मानवाधिकार आयोग, ऐसे नरपिशाचों का क्या कोई मानवाधिकार हो सकता है। फांसी पर टंगे-टंगे चील-कौवों को खाएंगे तो इन्हें देखकर बेटियों को हाथ लगाने से पहले हजार बार सोचेंगे।