खंडवा. इन दिनों शराब पर मध्यप्रदेश की सियासत गर्म है। एक तरफ जहां कर्ज के बोझ में दबी सरकार को शराब जीवनदान दे रही है तो दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharti) ने 18 सितंबर को शराब के लिए मोर्चा खोल दिया है। उमा भारती के बयान के एक दिन बाद 19 सितंबर को प्रदेश सरकार में पर्यटन और संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर (Usha Thakur) ने शराब (Liquor) पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी जन जागरण से होगी।
शराब बच्चों की शिक्षा पी जाती है
उषा ठाकुर ने कहा कि 'जो नहीं पीता, उसे दुनिया की कोई ताकत नशा नहीं करवा सकती और जो करता है उसको हमने देखा है। वो बच्चों की शिक्षा (Education) पी जाता है। वो भविष्य पी जाता है। वो गैस की टंकी पी जाता है और वो सारी व्यवस्थाओं को चौपट कर देता है। जब तक हम भीतर का जागरण नहीं करें। हर व्यक्ति को संकल्पित न करें। तब तक नशा मुक्ति नहीं मिल सकती।'
शराबबंदी लागू करवाकर रहूंगी: उमा भारती
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और मोदी सरकार में मंत्री रहीं उमा भारती ने 18 सितंबर को भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। उन्होंने कहा कि गंगाजी को गंगासागर छोड़कर आऊंगी। तब तक यहां पर जागरूकता अभियान चलेगा। 15 जनवरी के बाद मध्य प्रदेश में शराबबंदी लागू करवाकर रहूंगी। गंगासागर से यही तय करके आऊंगी। इससे पहले मार्च में भी उमा ने मध्य प्रदेश में शराबबंदी की बात कही थी।