ग्वालियर (Gwalior) में शनिवार रविवार की दरमियानी रात बदमाशों ने खजाने के लालच में एक मंदिर को खोद डाला। यहां के तिघरा के दुगनावली गांव स्थित काली मंदिर (Kali Temple) में बदमाशों ने पुजारी को बंधक बनाकर करीब 5 घंटे तक खुदाई की। इस दौरान 10 से 12 बदमाशों ने खजाना पाने की चाहत में पूरा का पूरा मंदिर ही खोद डाला। खुदाई के बाद जब बदमाशों को कुछ नहीं मिला तो उन्होंने मंदिर के पुजारियों से मारपीट की और पांच हजार रुपए लूटकर फरार हो गए।
खजाने की अफवाह के चलते खुदाई
आसपास के कई गांवों में अफवाह है कि दुगनावली गांव के जिस जगह मंदिर में मूर्तियां स्थापित है। उसी जगह एक प्राचीन खजाना (Ancient Treasure) गढ़ा हुआ है। इसी खजाने को पाने के लालच में 10 से 12 बदमाश मंदिर में दाखिल हुए। बदमाशों ने पहले तो मंदिर के पुजारी कप्तान और मुंशी भगत के हाथ पैर बांधकर उन्हें बंधक बनाया। इसके बाद मंदिर में 3 से 4 फीट की गहराई तक खुदाई की। मंदिर से तीन से चार मूर्तियां भी गायब हुई हैं। पुजारियों के मुताबिक सभी बदमाशों की उम्र 30 से 40 साल है।
सुबह ग्रामीण हैरान रह गए
रविवार सुबह ग्रामीणों ने मंदिर पहुंचकर पुजारियों को मुक्त किया। खजाना न मिलने के कारण बदमाशों ने गुस्से में पुजारियों को 10 से 12 मुक्के मारे। जिस कारण पुजारी के दांत टूट गए है। ग्रामीणों ने मामले की सूचना तिघरा थाना पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। तिघरा थाना प्रभारी सुरेश कुमार ने बताया कि गड़ाधन के लालच में वारदात की गई है। बदमाश आसपास के गांव के लोग ही हो सकते हैं। क्योंकि इसी गांव के लोगों को अंधविश्वास है कि मंदिर में गड़ा धन है। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लेकर जांच शुरू कर दी है।