सुवासरा विधानसभा सीट पर पिछले 4 साल में 2 बार हुए चुनाव, यहां के विधायक कैबिनेट में मंत्री लेकिन फिर भी विकास की रफ्तार सुस्त !

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Rahul Garhwal
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सुवासरा विधानसभा सीट पर पिछले 4 साल में 2 बार हुए चुनाव, यहां के विधायक कैबिनेट में मंत्री लेकिन फिर भी विकास की रफ्तार सुस्त !

MANDSOUR. मंदसौर की सुवासरा विधानसभा सीट वो सीट है जहां पिछले 4 साल में दो बार चुनाव हुए हैं। हरदीप सिंह डंग कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते थे और उसके बाद बीजेपी के टिकट पर जीते। सुवासरा में सीतामऊ और शामगढ़ जैसे बड़े इलाके शामिल हैं। यहां कपास, गन्ने और केले की खेती होती है।



सुवासरा विधानसभा सीट का सियासी मिजाज



सुवासरा विधानसभा सीट 1952 में गरोठ विधानसभा में शामिल हुआ करती थी और ये बीजेपी के मजबूत गढ़ों में से एक रही है लेकिन 2013 के चुनाव में कांग्रेस ने उलटफेर करते हुए बीजेपी को मात दी। कांग्रेस के टिकट पर हरदीप सिंह डंग ने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार राधेश्याम पाटीदार को शिकस्त दी। बीजेपी उस समय यहां गुटबाजी का शिकार हो गई थी। अब तक इस सीट पर 14 बार चुनाव हुए हैं जिसमें बीजेपी ने 8 और कांग्रेस ने 6 बार जीत दर्ज की है।



सुवासरा विधानसभा सीट का चुनावी इतिहास




  • 1962 में सीट पर पहली बार हुए चुनाव में जनसंघ के चंपालाल ने 5001 वोट से जीत दर्ज की।


  • 1967 में फिर से भारतीय जनसंघ के चंपालाल प्रत्याशी 4039 वोटों से जीते।

  • 1972 में कांग्रेस के रामगोपाल भारतीय 416 वोटों से चुनाव जीते।

  • 1977 में जनता पार्टी के चंपालाल आर्य 13 हजार 836 वोटों से चुनाव जीते।

  • 1980 में बीजेपी के चंपालाल आर्य 335 वोटों से चुनाव जीते।

  • 1985 में कांग्रेस के आशाराम वर्मा 1035 वोटों से चुनाव जीते।

  • 1990 में बीजेपी के जगदीश देवड़ा 15 हजार 428 वोटों से चुनाव जीते।

  • 1993 में बीजेपी के जगदीश देवड़ा 5 हजार 443 वोटों से चुनाव जीते।

  • 1998 में कांग्रेस के पुष्पा भारतीय 4 हजार 98 वोटों से चुनाव जीतीं।

  • 2003 में बीजेपी के जगदीश देवड़ा 35 हजार 636 वोटों से चुनाव जीते।

  • 2008 में बीजेपी के राधेश्याम मन्नालाल पाटीदार 6 हजार 849 वोटों से चुनाव जीते।

  • 2013 में कांग्रेस के हरदीप सिंह डंग 7 हजार 125 वोटों से चुनाव जीते।

  • 2018 में कांग्रेस से हरदीप सिंह डंग 350 वोटों से चुनाव जीते।

  • 2018 के बाद डंग ने कांग्रेस छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया। जिसके बाद 2020 के उपचुनावों में उनको जीत मिली और वो बीजेपी की तरफ से विधायक हैं।



  • सुवासरा विधानसभा सीट के जातिगत समीकरण



    जातिगत समीकरण की बात करें तो ये पाटीदार, पोरवाल और राजपूत वोटर्स के प्रभाव वाला क्षेत्र है। यहां सोंधिया राजपूत वोटर्स की संख्या 14 हजार, पोरवाल 16 हजार, राजपूत 16 हजार, मुस्लिम 18 हजार, पाटीदार 20 हजार और एससी वर्ग के 60 हजार वोटर्स हैं।



    सुवासरा विधानसभा क्षेत्र के मुद्दे



    सुवासरा के विधायक कैबिनेट मंत्री हैं लेकिन यहां विकास की रफ्तार सुस्त-सी नजर आती है। चुनाव से पहले यहां विकास के वादे और दावे तो खूब किए जाते रहे हैं लेकिन वो हकीकत में नजर नहीं आती। बस स्टैंड अतिक्रमण का शिकार है। गर्मियों में पानी की किल्लत होती है। सरकार के लाख दावों के बाद भी इलाके के लिए चंबल से पानी लिफ्ट नहीं हो पाया है। कोई बड़ा उद्योग नहीं है इसलिए युवा बेरोजगार हैं। उच्च शिक्षा के लिए कॉलेज की बिल्डिंग स्वीकृत हुई है काम पूरा नहीं हुआ। यानी सुवासरा में मूलभूत समस्याओं के साथ किसानों की समस्या सबसे बड़ा मुद्दा है क्योंकि द सूत्र ने जब बात की तो ज्यादातर किसान खाद की किल्लत को लेकर नाराज नजर आए।



    दूसरी तरफ जब इस मामले में द सूत्र की टीम ने बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं से बातचीत करने के लिए चौपाल लगाई तो यहां भी किसान पहुंचे और फिर जमकर हंगामा हुआ। द सूत्र ने जब इलाके के प्रबुद्धजनों वरिष्ठ पत्रकारों और आम जनता से बात की तो कुछ सवाल निकलकर आए..



    द सूत्र ने सुवासरा विधानसभा के विधायक से पूछे सवाल




    • आपने इलाके में कौन-से कार्य करवाए, कोई 4 काम बताएं ?


  • मूलभूत सुविधाओं के लिए कितनी धनराशि स्वीकृत की ?

  • शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए इलाके में क्या कार्य किए ?

  • खाद के लिए किसान परेशान हैं, आपने क्या सहायता की ?

  • युवाओं को रोजगार मिले, इसके लिए आपने क्या प्रयास किए ?



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    विधायक हरदीप सिंह डंग ने क्या कहा..



    सुवासरा विधायक हरदीप सिंह डंग ने कहा कि किसानों के लिए कई काम किए और कोशिश और भी जारी है। सीएम शिवराज सिंह ने इलाके के विकास के लिए कई सौगात दीं। किसानों को सिंचाई के लिए चंबल का पानी मिले, इसके लिए कोशिश जारी है। इलाके के विकास के लिए अरबों रुपए की सौगात मिली। शामगढ़ में कॉलेज के लिए स्वीकृति मिली। कांग्रेस में इलाके के विकास के लिए बात तक नहीं सुनते थे। खराब सड़कें कांग्रेस की देन है। शिवराज सरकार ने बेहतर सड़कें दीं। किसानों को खाद की लगातार सप्लाई हो रही है। इलाके में उद्योग लगवाने के लिए भी प्रयास जारी हैं।



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