Jabalpur. अपने 3 दिवसीय दौरे पर संस्कारधानी जबलपुर पहुंचे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने शुक्रवार को महाकौशल प्रांत के पदाधिकारियों के साथ बैठक ली। संभागीय मुख्यालय केशव कुटी में आयोजित इस बैठक में संघ प्रमुख ने पदाधिकारियों को कई अहम निर्देश दिए हैं। सूत्रों की मानें तो 2025 में संघ अपनी स्थापना का सौवां वर्ष पूर्ण कर रहा है। इस मौके पर देश के प्रत्येक गांव तक संघ के स्वयंसेवक पहुंचे इस रणनीति पर काम करने की नसीहत संघ प्रमुख ने दी है। इस दौरान केशव कुटी में अलग-अलग वर्गों के साथ संघ प्रमुख ने मैराथन बैठकें ली हैं। संघ के संभागीय मुख्यालय में 21 जिलों से विभिन्न विभाग प्रचारक पहुंचे हैं। संघ प्रमुख ने संगठन के कार्य विस्तार पर बल देते हुए समाज के प्रत्येक वर्ग, प्रत्येक धर्म और प्रत्येक जाति तक पहुंच बनाने की कार्ययोजना के लिए आवश्यक दिशानिर्देश दिए हैं।
चुनावों से भी जोड़ा जा रहा कनेक्शन
वैसे तो प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं और 2024 में लोकसभा के चुनाव हैं, लेकिन आगमन संघ प्रमुख का हो रहा है तो उनके दौरे को चुनाव से भी जोड़ा जाना लाजमी है। चर्चा है कि संघ प्रमुख संगठन के पदाधिकारियों से बैठकें करने के साथ-साथ बीजेपी के संगठन मंत्रियों की भी क्लास ले सकते हैं। मुमकिन है जिसमें आगामी चुनावों को लेकर आवश्यक दिशानिर्देश जारी किए जाएं। हालांकि मुख्य एजेंडा शताब्दी वर्ष का ही बताया जा रहा है।
हर क्षेत्र के प्रबुद्धजनों से करेंगे चर्चा
संघ प्रमुख के कार्यक्रम के लिए समाज के हर क्षेत्र के प्रबुद्ध जनों को आमंत्रित किया गया है, जो स्वयंसेवक नहीं हैं लेकिन संघ की विचारधारा को भलीभांति जानते हैं। संघ का उद्देश्य ऐसे प्रबुद्धजनों को राष्ट्रनिर्माण में सहभागी बनाने का है।
कुटुंब मिलन की भी हैं शर्तें
संघ प्रमुख अपने दौरे में 20 नवंबर को स्वयंसेवकों के परिवार के साथ भी मिलेंगे। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए स्वयंसेवकों के लिए भी खास शर्तें रखी गई हैं। कार्यक्रम में उन स्वयंसेवकों के परिवार शामिल होंगे जो स्वदेशी विचारधारा को अपनाए हैं, घर पर वृक्ष लगाए हुए हैं या वृक्षारोपण में सक्रिय हैं, अपने कुटुंब से निरंतर संपर्क में हैं या कुटुंब के साथ ही निवासरत हैं इसके अलावा पॉलीथिन के उपयोग को त्याग चुके हैं ऐसे स्वयंसेवकों के परिवार को कार्यक्रम में आमंत्रित करने का दावा संघ द्वारा किया गया है।