Jabalpur. जबलपुर के बरगी हिल्स, नया गांव और ठाकुरताल क्षेत्र में एक बार फिर तेंदुए के परिवार की मूवमेंट बढ़ गई है। पिछले कुछ सालों से इस क्षेत्र में तेंदुए का एक परिवार अपनी आमद दर्ज कराता रहा है। ठंड बढ़ने के साथ ही इलाके में आवारा कुत्तों के शिकार की घटनाएं सामने आने के बाद लोग अलर्ट हैं। एक दिन पहले कुत्ते के शिकार की सूचना के बाद यहां वनविभाग की टीम भी पहुंची। टीम ने उन क्षेत्रों का मुआयना भी किया जहां ट्रेपिंग कैमरे लगाए गए हैं। वन विभाग की टीम ने कैमरों के फुटेज कलेक्ट किए साथ ही रहवासियों को पालतू जानवरों को खुला न छोड़ने की समझाइश दी है।
डुमना से ठाकुरताल तक है तेंदुओं का पुराना कॉरिडोर
वन्य प्राणी विशेषज्ञ अपने शोध में यह खुलासा कर चुके हैं कि जबलपुर के डुमना क्षेत्र के जंगलों से लेकर मदन महल पहाड़ी और रामपुर के ठाकुर ताल, बरगी हिल्स तक का इलाका तेंदुओं का पुराना पसंदीदा क्षेत्र है। किसी समय यहां बड़ी संख्या में तेंदुए आवाजाही करते थे। वन्यप्राणी विशेषज्ञों ने लोगों से भयभीत होने के बजाए अलर्ट रहने की सलाह भी दी है। उनका कहना है कि गर्मियों की शुरूआत के साथ ही तेंदुए घने जंगलों की ओर लौट जाऐंगे।
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जंगल से भटका चीतल गोराबाजार पहुंचा
इधर कजरवारा के जंगलों से भटककर एक चीतल गोराबाजार के रहवासी क्षेत्र में टहलता हुआ दिखाई दिया। रहवासी क्षेत्र के मैदान में चीतल को देख लोग भी सड़क पर रुककर उसका दीदार करने लगे। वन विभाग को खबर दी गई जिसके बाद सर्चिंग का दौर चालू हो गया। काफी देर बाद टीम को मिलेट्री स्कूल के पास झाड़ियों में चीतल मिला। इसके बाद वन विभाग की टीम ने चीतल की निगरानी में वनकर्मियों को तैनात कर दिया। रात होने पर चीतल को जंगल की तरफ हांक दिया गया।