BHOPAL. मध्य प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र चल रहा है। 21 दिसंबर को तीसरे दिन की कार्यवाही रात 1 बजे तक चली, जिसमें अविश्वास प्रस्ताव पर बहस हुई। इसमें सत्ता पक्ष बीजेपी और कांग्रेस की तरफ से काफी गहमागहमी रही। सदन में जय श्री राम के नारे गूंजे। कांग्रेस ने भगवान राम और मां सीता पर मंत्री मोहन यादव और बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा के बयान पर विरोध जताते हुए वॉकआउट कर दिया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 22 दिसंबर को सदन में वक्तव्य रखेंगे।
बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा बोले- राम हमारे हैं, तुम्हारा क्या?
भोपाल की हुजूर सीट से बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा सदन में काफी उग्र दिखे। कहा कि कमलनाथ ओछे शब्द बोलना बंद कर दो। हम भी इसी भाषा में जवाब दे सकते हैं। कांग्रेस की सरकार मंदिरों की जमीन बेच रही थी। राम काल्पनिक हैं, इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दिया गया था। तुम्हारा (कांग्रेस का) नेता अभी दाढ़ी बढ़ाकर त्रिपुंड लगाकर घूम रहा है और हमसे कह रहा है कि जय श्री राम क्यों बोलते हो। अरे राम तो हमारे हैं तुम्हारा क्या?
रामेश्वर के बयान पर कांग्रेस विधायक विजयलक्ष्मी साधौ ने कहा- मां सीता पर उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने जो बयान दिया, उस पर भी दो शब्द बोल दीजिए। विपक्षी विधायकों ने रामेश्वर से माफी मांगने की मांग की। कांग्रेस के सज्जन सिंह वर्मा, जीतू पटवारी ने भी रामेश्वर शर्मा से माफी मांगने को कहा। इस पर स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा- कोई माफी नहीं मांगेगा। जीतू पटवारी ने स्पीकर से कहा- अगर ये माफी नहीं मागेंगे तो हम मुख्यमंत्री का भाषण नहीं सुनेंगे।
अविश्वास पर बहस के दौरान कमलनाथ मौजूद नहीं रहे
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सदन में मौजूद नहीं रहे। वे विदिशा जिले के सिरोंज जिले के दौरे पर रहे। उन्होंने वहां कहा कि मैंने पहले ही कह दिया था कि सिरोंज आऊंगा, मैं बात का पक्का हूं, इसलिए अविश्वास प्रस्ताव छोड़कर आपके बीच आया हूं। वहीं, कसरावद विधायक सचिन यादव ने कहा कि जब विधानसभा में कृषि मंत्री ने कर्जमाफी को स्वीकार किया था, अब बाहर और सदन में झूठ क्यों बोलते है कि कर्ज माफी नहीं हुई। कृषि मंत्री कमल पटेल की पत्नी रेखा बाई का 45,428 रुपए का कर्ज माफ किया है।