भोपाल : OBC आरक्षण को लेकर ग्वालियर, शिवपुरी और अशोकनगर में बंद का मिलाजुला असर

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The Sootr CG
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भोपाल : OBC आरक्षण को लेकर ग्वालियर, शिवपुरी और अशोकनगर में बंद का मिलाजुला असर

Bhopal. नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव में आरक्षण प्रक्रिया के मुताबिक ओबीसी आरक्षण नहीं देने पर ओबीसी महासभा ने मध्यप्रदेश बंद का आह्वान किया। ग्वालियर, शिवपुरी (Shivpuri) और अशोकनगर (Ashoknagar) में ओबीसी महासभा (OBC Mahasabha) ने सड़कों पर रैली निकाली। दोनों जगहों पर बंद का मिलाजुला असर देखने को मिला। बंद को कांग्रेस (Congress) ने समर्थन दिया।





ग्वालियर जिले में बंद का व्यापक असर रहा





ओबीसी आरक्षण (OBC Reservation) मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) द्वारा दिए गए फैसले के बाद सरकार और कांग्रेस दोनों अपनी जीत बताकर अपनी पीठ थपथपा रहे है और एक-दूसरे को पिछड़ा विरोधी बता रहे हैं, जबकि पिछड़े लोग इस फैसले के खिलाफ है और इसको लेकर सड़क पर उतर रहे हैं। ओबीसी महासभा द्वारा किए गए एमपी (MP) बन्द के आह्वान का ग्वालियर जिले में व्यापक असर रहा। 





बन्द के आह्वान के कारण 21 मई की सुबह से ही ग्वालियर (Gwalior) की सड़कों पर ओबीसी महासभा के कार्यकर्ता ग्वालियर बंद कराने के लिए निकले और अलग-अलग टोलियों में शामिल कार्यकर्ताओं ने हाथ जोड़कर लोगों से बंद को सफल बनाने की अपील की। ओबीसी महासभा के नेताओं का कहना है कि हम लोग 27% से अधिक आरक्षण की मांग लगातार कर रहे हैं। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने जो ऑर्डर दिया है। उसके हिसाब से कम आरक्षण मिल रहा है। ऐसे में कहीं ना कहीं प्रदेश सरकार ने वर्ग के लोगों के साथ छलावा किया है। ओबीसी महासभा के बंद को कांग्रेस सहित अन्य सामाजिक और राजनीतिक संगठनों का समर्थन मिला है। मुरार और उप नगर में बन्द का दोपहर तक व्यापक असर देखने को मिला। कार्यकर्ता बाइक से भी निकले लेकिन शांतिपूर्ण ढंग से लोगो से दुकान बंद रखने की अपील करते दिखे। लश्कर में बन्द का असर कम दिखा लेकिन डबरा, भितरवार और बेहट जैसे पिछड़ा बहुल क्षेत्रों में बंद का व्यापक असर देखा गया।





शिवपुरी में बीजेपी नेता मुर्दाबाद के नारे





शिवपुरी में ओबीसी महासभा ने बंद का आह्वान करते हुए सड़कों से रैली निकाली और लोगों के प्रतिष्ठान बंद करवाए। इतना ही नहीं ओबीसी महासभा ने सड़कों पर नारेबाजी भी की और ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia), नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) और वीडी शर्मा (VD Sharma) मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। ओबीसी महासभा के पदाधिकारियों का कहना था कि सरकार में बैठे ये लोग ओबीसी का ध्यान नहीं रख रहे हैं और पंचायतों में भी जो आरक्षण प्रक्रिया लागू की गई थी। अब वो बिना प्रक्रिया अपनाए हुए ही पंचायतों और नगरीय निकाय के चुनाव करवाए जा रहे हैं। इसे लेकर ओबीसी महासभा खफा है और उनका कहना है कि शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) हो या ज्योतिरादित्य सिंधिया ये सभी सरकार में बैठे हैं और ये ओबीसी की मांगों को नजरअंदाज कर रहे हैं। ओबीसी महासभा का कहना है कि यदि उनकी मांगों की अनदेखी की जाती है और पंचायत चुनाव में आरक्षण प्रक्रिया नहीं अपनाई जाती है तो वे पंचायत चुनाव का बहिष्कार भी करेंगे।





अशोकनगर में 51 फीसदी आरक्षण की मांग





अशोकनगर में 51 फीसदी ओबीसी आरक्षण की मांग को लेकर बाजार बंद का आह्वान का मिलाजुला असर देखने को मिला। इस दौरान कुछ दुकानें बंद तो कुछ खुली नजर आईं। ओबीसी महासभा के कार्यकर्ता हाथों में झंडे लिए दुकानदारों से बाजार बंद की अपील करते देखे गए। सुबह के समय कुछ दुकानें बंद तो कुछ खुली नजर आईं वहीं दोपहर के बाद बाजार खुल गया। इस दौरान किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा।





(ग्वालियर से देव श्रीमाली, शिवपुरी से मनोज भार्गव और अशोकनगर से आशीष मालवीय की रिपोर्ट )



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