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बैतूल. मध्य प्रदेश के बैतूल में हिरासत में मौत और दो लोगों के गायब होने का मामला गरमा गया है। अब मामले में पुलिस प्रमुख सुधीर सक्सेना ने आईजी से जांच कराने की बात कही है। इधर, शहर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सुनील शर्मा ने 11 फरवरी (शनिवार) को बैतूल बंद की बात कही है।
पहले जानिए क्या है मामला
बैतूल की संजय कॉलोनी से 3 लोग एक फरवरी से गायब हो गए थे। परिवार के लोग कह रहे हैं कि पुलिस लेकर गई थी, लेकिन पुलिस इस बात से इनकार कर रही है। अब सवाल ये है कि पुलिस नहीं ले गई थी तो उनमें से एक की जिला अस्पताल में मौत की खबर परिजन को पुलिस ने घर आकर क्यों दी? इधर, पुलिस 1 फरवरी से लापता 2 युवकों को अब तक नहीं ढूंढ पाई है। उनके परिजन को धमकी देने के आरोप लगाए गए हैं। वहीं, एक लेक्चरर लल्लू माथनकर की पुलिस कस्टडी में संदिग्ध स्थितियों में मौत हो गई थी। इसमें में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं।
लापता लोगों के परिजन पुलिस के टॉर्चर की बात कह रहे हैं। लोग ये भी कह रहे हैं कि पुलिस ने लापता दोनों युवकों को कहीं छिपाकर रखा है और पिटाई में घायल होने के कारण उनका इलाज कराया जा रहा है। गायब हुए युवकों के नाम सुमित रावत और पंकज कवड़े हैं। 8 फरवरी को कांग्रेसियों और कुनबी समाज के लोगों ने एसपी सिमाला प्रसाद को आवेदन देकर न्यायिक जांच करने की मांग की थी। सुमित के पिता श्रवण रावत का कहना है कि हमसे ना तो कोई बयान लेने आया और ना ही बेटे का फोन आया।
डीजीपी ने दिए जांच के निर्देश
वहीं, डीजीपी सुधीर सक्सेना ने द सूत्र से बातचीत में कहा कि इस मामले को बहुत गंभीरता से लिया गया है। पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। डीजीपी ने कहा कि आईजी से इस संबंध में सारे तथ्यों की गहराई से जांच के निर्देश दिए गए हैं। जांच के निष्कर्ष के बाद जो दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।