BHOPAL. मध्य प्रदेश के भोपाल के भेल दशहरा मैदान में आज दलित, आदिवासी और पिछड़ा वर्ग के संगठनों का बड़ा शक्ति प्रदर्शन किया। इसमें भीम आर्मी के चंद्रशेखर रावण भोपाल आए थे। कार्यक्रम स्थल हजारों लोग उमड़े। इसके लिए रात से ही कार्यकर्ताओं का जुटना शुरू हो गया था। भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर रावण भी रैली में शामिल हुए। ये प्रदर्शन जातिगत जनगणना कराने, प्रदेश सरकार से प्रमोशन में आरक्षण का कानून बनवाने, आरक्षण को संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल करवाने जैसी 15 से ज्यादा मांगों को लेकर हो रहा हुआ। इसी साल आखिर में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव हैं। इसी को लेकर बीजेपी-कांग्रेस समेत कई दलों का खम ठोकना शुरू हो गया है। भीम पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील कुमार आस्तेय ने प्रदर्शन में 5 लाख लोगों के जुटने का दावा किया था।
शासन को बताएंगे कि हम लोकतांत्रिक देश- भीम आर्मी
भीम आर्मी एकता मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन सिंह ने कहा- हमारी मांगें बहुत सारी हैं। आज (12 फरवरी) समाज की न्याय यात्रा का समापन भी है। हम यह बता रहे हैं कि अगर हमारे अधिकार को कोई छीनेगा तो हम अपने आपको इस तरह के संवैधानिक आंदोलन में बदलेंगे। शासन-प्रशासन को बताएंगे कि यह लोकतांत्रिक देश है। वहीं, प्रदर्शन में आए सरजीत सिंह ने कहा- मैं यूपी में जाट कमिश्नर के पद पर था। मैंने इस्तीफा दे दिया। अब बहुजन समाज की लड़ाई में आ गया हूं। हमारा लक्ष्य इस देश में बहुजन की सरकार बनाना है। कुछ लोगों को लगता है कि हिंदू राष्ट्र बना लेंगे तो यह उनकी गलतफहमी है। देश संविधान से चलेगा। एक भी दलित, एससी/एसटी, ओबीसी, मुसलमानों को कोई भी परेशानी हुई तो हम ईंट से ईंट बजा देंगे।
आजाद ने बीच में भाषण छोड़ा
कार्यक्रम में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा है। आजाद लोगों से बार-बार शांति से बैठने की अपील कर रहे थे। लोगों ने जब सुना नहीं तो भाषण छोड़ वापस अपनी सीट पर आकर बैठ गए। कार्यकर्ताओं ने बुलाया, इसके बाद दोबारा भाषण शुरू किया।
भारत एक लोकतांत्रिक देश है
भीम आर्मी एकता मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन सिंह ने कहा, हमारी मांगें बहुत सारी हैं। आज समाज की न्याय यात्रा का समापन भी है। हम यह बता रहे हैं कि अगर हमारे अधिकार को कोई छीनेगा तो हम अपने आपको इस तरह के संवैधानिक आंदोलन में बदलेंगे।
इन मुद्दों को लेकर हो रहा प्रदर्शन
- देश में जातिगत जनगणना कराई जाए। प्रदेश सरकार से प्रमोशन में आरक्षण का कानून बने।