BHOPAL. MP पुलिस के SPL DG शैलेश सिंह पर उनकी मां ने संपत्ति हड़पने का आरोप लगाया है। दोनों के बीच पिछले कुछ समय से संपत्ति को लेकर विवाद जारी है। उनकी 90 वर्षीय मां कैलासी देवी ने सरकार से मदद की गुहार लगाते हुए कहा कि पूरे परिवार को शैलेष सिंह प्रताड़ित कर रहे हैं। इससे पहले उनके बड़े भाई ने लिखित शिकायत दी थी। अब उनकी मां का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इसमें वह सरकार से हाथ जोड़कर मदद मांग रही है। बुजुर्ग मां ने पति का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करते हुए बताया कि शैलेष सिंह ने भोपाल से लेकर गोरखपुर की संपत्ति कब्ज़ा कर लिया है। साथ ही शैलेश सिंह और बेटी मिलकर मेरे पति का घर छीनकर मुझे व्रद्धाश्रम भेजना चाह रहे हैं। पूरे परिवार को परेशान कर रहे हैं।
1987 बैच के IPS अफसर हैं
1987 बैच के IPS अफसर शैलेष सिंह पर उन्हीं के बड़े भाई कमलेश सिंह ने आरोप लगाए हैं। उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस कमिश्नर भोपाल और मानवाधिकार आयोग में की है। शैलेष सिंह पर प्रॉपर्टी के लिए बुजुर्ग मां, सेवानिवृत भाई, भतीजे, भतीजी को परेशान करने का आरोप है। आरोप है कि बुजुर्ग मां के खाते में जमा रकम लेने के लिए शैलेश सिंह प्रताड़ित कर रहे हैं। भोपाल, गोरखपुर की प्रॉपर्टी पर भी कब्जा कर किराए पर चलाने के आरोप परिवार ने लगाए हैं।
ये है शिकायत
स्पेशल डीजे शैलेष सिंह 1987 बैच के सीनियर आईपीएस अधिकारी हैं। उनके बड़े भाई भोपाल के नेहरू नगर में रहते हैं। उन्होंने भोपाल पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर और मध्य प्रदेश राज्य मानव अधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कराई है. शिकायत में शैलेष सिंह पर प्रताड़ना का आरोप है। बड़े भाई कमलेश सिंह का आरोप है कि शैलेष सिंह अपने पद का दुरुपयोग कर झूठे आरोप लगाकर थाने में बंद करवाने की धमकी दे रहे हैं। स्थानीय पुलिस के जरिए मानसिक रूप से प्रताड़ित भी किया जा रहा है। इसके पीछे उन्होंने कारण बताया कि 2010 में पिता की मृत्यु हो गई थी। पिता शिक्षा विभाग में पदस्थ थे। मां के नाम पर अलग-अलग खातों में पैसा जमा हैं। कमलेश सिंह ने शिकायत में बताया कि मां ने पिता के पैसे जब उन्हें नहीं दिए तो उन्होंने प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। कमलेश सिंह का आरोप है कि इस मामले की शिकायत उच्च अधिकारी से की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। बड़े भाई ने शैलेष सिंह पर आरोप लगाया है कि उन्होंने प्रॉपर्टी पर कब्जा कर उसे जबरिया किराए पर दे दिया है और अब उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है।