BHOPAL. हरदा कलेक्टर ऋषि गर्ग पर प्रताड़ना के आरोप का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में अब एमपी इंजीनियर एसोसिएशन भी कूद पड़ा है। एसोसिएशन ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है। इस पत्र में एमपी इंजीनियर एसोसिएशन ने हरदा कलेक्टर पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। एसोसिएशन का कहना है कि कलेक्टर हमेशा इंजीानियरों से अपमानजनक लहजे में बात करते हैं। इतना ही नहीं एक IAS होकर इंजाीनियर्स के साथ दुर्व्यवहार भी करते हैं।
क्या था मामला ?
हरदा कलेक्टर ऋषि गर्ग पर पीएचई के कार्यपालन यंत्री (ईई) बीबीएस चौधरी ने प्रताड़ना का आरोप लगाया है। चौधरी के मुताबिक, उन्हें मानसिक रूप से इतना टॉर्चर किया गया कि लकवा का अटैक आ गया। चौधरी अस्पताल में भर्ती हैं। कलेक्टर की प्रताड़ना से तंग आकर चौधरी ने पीएचई के प्रमुख सचिव संजय शुक्ला को पत्र लिखकर राहत मांगी है। चौधरी ने अपने पत्र में लिखा है कि कलेक्टर मुझ पर अज्ञात कारणों से दबाव बना रहे हैं। मुझे भोपाल से बुलाकर अधीनस्थों के सामने अमर्यादित भाषा का प्रयोग करके अपमानित करते हैं। कलेक्टर ने अकेले में बुलाकर ये भी कहा कि करोड़ों के टेंडर डील कर रहे हो और मुझसे आकर मिलते भी नहीं हो।
'अकेले में मिलने का बनाते हैं दबाव'
ईई बोले- टारगेट पूरा, फिर भी प्रताड़ित किया जा रहा है चौधरी ने कहा- मेरी पदस्थापना भोपाल में हैं। मेरे अधीन भोपाल और नर्मदापुरम के 8 जिले आते हैं, इनमें हरदा भी शामिल है। हरदा में पीएचई मैकेनिकल का 100% टारगेट पूरा हो चुका है। इसके बावजूद मुझे बिना किसी कारण से लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है। कलेक्टर के पीए भी वॉट्सऐप कॉल पर साहब से अकेले में मिलने की बात करते हैं।
'इतना परेशान किया लकवा का अटैक आ गया'
चौधरी का ये भी कहना है कि इसके पूर्व मैंने कभी कलेक्टर गर्ग के साथ कहीं कोई काम नहीं किया और ना ही मेरा इससे पहले किसी भी तरह का कोई व्यक्तिगत विवाद हुआ है, जिसके चलते में ये मुझे प्रताड़ित करें। कलेक्टर मुझसे क्या चाहते हैं, ये मुझे नहीं पता, लेकिन हर बार मुझे अपमानित करके मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का काम कर रहे हैं। इस संबंध में मैंने प्रमुख सचिव और चीफ इंजीनियर से व्यक्तिगत मुलाकात करके अपनी पीड़ा बताई थी, लेकिन कलेक्टर गर्ग की प्रताड़ना कम होने की बजाय और बढ़ गई। मानसिक दबाव बढ़ने मेरा ब्लड प्रेशर बढ़ गया है और मुझे माइनर लकवा का अटैक भी आया। मैं अभी अस्पताल में भर्ती हूं।
पार्किंग में पानी पिलाने की डयूटी लगाई
चौधरी ने पत्र में लिखा कि जब मैंने कलेक्टर की प्रताड़ना की शिकायत प्रमुख सचिव और प्रमुख अभियंता (चीफ इंजीनियर) से की तो इससे नाराज होकर कलेक्टर ने मुझे नीचा दिखाने के लिए 19 अप्रैल को प्रस्तावित मुख्यमंत्री के लाड़ली बहना आयोजन में पार्किंग में पानी पिलाने की डयूटी लगा दी, जबकि जिले में दो-दो असिस्टेंट इंजीनियर (AE) पदस्थ हैं। उनकी पदस्थापना भोपाल में हैं, इसके बावजूद कलेक्टर ने उनकी डयूटी पानी पिलाने के लिए लगाई।
आधी रात को हरदा बुलाया
चौधरी के मुताबिक, कलेक्टर ने 26 मार्च को मैसेज भिजवाकर मुझे आधी रात को भोपाल से हरदा बुलाया था।रात 2 बजे हरदा पहुंचकर कलेक्टर को इन्फॉर्म किया। 27 की सुबह पहुंचकर बताया कि हरदा जिले में पीएचई मैकेनिकल का टारगेट पूरा हो चुका है, कहीं कोई कमी नहीं है। इसके बावजूद अधीनस्थों के सामने अपमानित किया और फिर शाम को बुलाकर बेवजह की नाराजगी जताई। इसका मेरे ओर विभाग के काम से कोई लेना-देना नहीं था। बार-बार कलेक्टर गर्ग का इसी बात पर जोर था कि करोड़ों के टेंडर लगा रहे हो तो मिलते क्यों नही हो।
प्रमुख सचिव बोले- मैं दोनों पक्षों से बात करूंगा
प्रमुख सचिव संजय शुक्ला ने कहा कि मामला मेरी जानकारी में आया है। हकीकत क्या है, इसके लिए मैं पहले दोनों पक्षों से बात करूंगा, उसके बाद ही कुछ कह पाऊंगा। ये बात सही है कि किसी को भी प्रताड़ित करने का अधिकार किसी को नहीं है। अधीनस्थों को भी अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।
क्या बोले कलेक्टर?
हरदा कलेक्टर ऋषि कलेक्टर ने कहा कि चौधरी एक साल से हरदा नहीं आए। मुझ पर जो आरोप लगाए गए हैं, वो सही नहीं हैं। इससे ज्यादा मैं कुछ नहीं कहना चाहता।