BHOPAL: आज यानी 16 जनवरी से भोपाल में G-20 के तहत ‘थिंक-20’ की बैठकों का दौर शुरू हो गया। राजधानी के कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में CM शिवराज सिंह चौहान ने इसका शुभारंभ किया। बता दें कि G-20 से जुडी ये बैठकें दो दिन यानि 16 और 17 जनवरी तक चलेंगी। 17 तारीख को समापन सत्र में राज्यपाल मंगुभाई पटेल भी शामिल होंगे। बैठक में लगभग 300 प्रतिनिधि शामिल हो रहे है, जिनमें से 94 विदेशी हैं। ये 94 प्रतिनिधि 14 देशों के हैं। शेष प्रतिनिधि देश के विभिन्न राज्यों के हैं। केंद्र सरकार की ओर से G-20 के चीफ को-ऑर्डिनेटर हर्षवर्धन श्रृंगला हैं।
क्या है G-20 या ग्रुप ऑफ टवेंटी?
जी20 या ग्रुप ऑफ टवेंटी एक अंतर-सरकारी मंच है, जिसमें 19 देश और यूरोपीय संघ शामिल हैं। यह समूह वैश्विक अर्थ-व्यवस्था से संबंधित प्रमुख मुद्दों, जैसे अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय स्थिरता, जलवायु परिवर्तन शमन और सतत विकास जैसे मुद्दों पर काम करता है। यूनिसेफ G-20 ग्लोबली सपोर्ट कर रहा है। बता दें कि भारत को पहली बार G-20 की अध्यक्षता मिली है। और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने G-20 की थीम 'वन अर्थ, वन फैमिली एंड वन फ्यूचर' रखी है।
भोपाल डिक्लरेशन: पहले दिन हुए 13 सत्र और 2 ब्रीफिंग क्लस्टर में हुआ विचार मंथन
दो दिन की G-20 बैठकों में कुल 5 प्लेनरी और 10 पेरेलल सेशन होने तय हैं। इन विभिन्न सत्रों में एथिक्स और साइंस, एथिक्स और फाइनेंस पर चर्चा होनी है। दो दिन तक विचार मंथन के बाद जो भी निष्कर्ष निकलेंगे, उसे 'भोपाल डिक्लरेशन' नाम दिया जाएगा। कार्यक्रम के पहले दिन यानि आज सोमवार को 'पर्यावरण सम्मत जीवनशैली, नैतिक मूल्य तथा सुमंगलमय युक्त वैश्विक सुशासन’ विषय पर मंत्री, बुद्धिजीवी और विषय-विशेषज्ञ की मौजूदगी में 13 सत्र - 3 प्लेनरी सेशन, 10 पेरेलल सेशन और साथ ही 2 ब्रीफिंग क्लस्टर हुए।
डेलिगेट्स ने देखी आर्ट और क्राफ्ट प्रदर्शनी, पेंटिंग में आजमाएं हाथ
'थिंक-20’ कार्यक्रम में शामिल होने आए डेलिगेट्स ने राज्य सरकार के पर्यटन बोर्ड के रिस्पांसिबल टूरिज्म मिशन के तहत लगाई गई कला और शिल्प प्रदर्शनी भी देखी। डेलिगेट्स ने पेंटिंग में खुद भी हाथ आजमा कर अनुभव लिया। यह आर्ट और क्राफ्ट प्रदर्शनी डेलिगेट्स की प्रदेश की कला और संस्कृति से परिचय कराने के लिए लगाई गई है। प्रदर्शनी में बुधनी का लकड़ी के खिलौने, महेश्वरी साड़ी, बैतूल का मेटल क्राफ्ट, उज्जैन का तेंदूपत्ता क्राफ्ट, पन्ना का ब्लॉक प्रिंट, अलीराजपुर के भील संस्कृति की सोवेनियर पेंटिंग, भोपाल का जरी जरदोजी, चंदेरी क्राफ्ट, ग्वालियर का चितेरा आर्ट और टेराकोटा आर्ट प्रमुख है। इसके साथ ही माहेश्वरी सारी का लूम, मिट्टी कला, गोंड एवं भील पेंटिंग और जरी जरदोजी की लाइव प्रदर्शनी भी है। बता दें कि पर्यटन बोर्ड के रिस्पांसिबल टूरिज्म मिशन का उद्देश्य पर्यटन के माध्यम से समुदाय का सामाजिक और आर्थिक विकास एवं पर्यावरण संरक्षण है। रिस्पांसिबल टूरिज्म मिशन में होमस्टे योजना, महिलाओं हेतु सुरक्षित पर्यटन स्थल परियोजना, कौशल उन्नयन एवं प्रशिक्षण, हमसफर परियोजना, रिस्पांसिबल सोविनियर विकास प्रोजेक्ट, क्लीन डेस्टिनेशन और ग्रामीण पर्यटन परियोजना शामिल है।
शिवराज ने किया थिंक-20 के मेहमानों के साथ पौधरोपण
सत्र में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि थिंक-20 के सभी मेहमानों से पौधरोपण करने की अपील की। साथ ही विदेशी मेहमानों के साथ चौहान ने भोपाल के स्मार्ट उद्यान में पौधे भी लगाए। CM के साथ नीति आयोग, दिल्ली के उपाध्यक्ष सुमन बेरी और मध्यप्रदेश नीति आयोग के प्रो. सचिन चतुर्वेदी भी मौजूद थे। पौधरोपण के क्षेत्र में मध्यप्रदेश सरकार की पहल को बताते हुए उन्होंने कहा कि पौधरोपण के लिए सरकार ने अंकुर पोर्टल बनाया है। इसके माध्यम से अब तक 37 लाख लोग जुड़ चुके हैं। जो जन्मदिन, विवाह, वर्षगांठ और विशेष अवसरों पर पौधा लगाते हैं।
भाषण से पर्यावरण नहीं बचेगा; संसाधन सभी के लिए हों: CM शिवराज सिंह चौहान
CM चौहान ने बोला कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया को लाइफ का कॉन्सेप्ट दिया। और ये सदी हमें धरती को समर्पित करना चाहिए- यानि की फोकस ग्रीन GDP पर होना चाहिए। पर्यावरण अगर बचाना है, तो भाषण से नहीं होगा। हमें उसके लिए खुद कुछ करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि मैं रोज दिन की शुरुआत करने से पहले एक पेड़ लगाता हूं। मुख्यमंत्री ने यह भी बोला कि दुनिया के 80 प्रतिशत संसाधनों का उपयोग मुट्ठी भर लोग करते हैं। जबकि सबके लिए मकान और साफ पानी होना चाहिए। न्यूनतम व्यवस्थाएं होनी चाहिए। अगर कोई कमजोर है, तो उसे उतना हासिल करने में मदद करो। G-20 ही क्यों है , सारी दुनिया एक हो। एक फोरम बने और सारे देश उस फोरम पर साथ आ जाएं।
'भोपाल कैपिटल ऑफ इंटेलेक्चुअल बन गया है!'
मुख्यमंत्री ने दुनिया भर से मध्यप्रदेश में पधारे बुद्धिजीवियों और विचारकों का स्वागत करते हुए आभार जताया। और कहा कि G-20 के तहत थिंक-20 की यह बैठक महत्वपूर्ण है। सीएम शिवराज ने कहा कि आज मुझे लग रहा है कि भोपाल कैपिटल ऑफ इंटेलेक्चुअल हो गया है। प्रधानमंत्री मोदी वन अर्थ, वन फैमिली एंड वन फ्यूचर के सिद्धांत पर कार्य कर रहे हैं। और आज ये उद्यान ग्लोबल गार्डन हो गया है।
'सिर्फ मीटिंग न करें बल्कि MP घूमें भी'
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने सम्बोधन में विदेशी डेलीगेट्स से कहा कि सिर्फ मीटिंग में ही व्यस्त ना रह जाएं, बल्कि भोपाल और आसपास ट्राइबल म्यूजियम, सांची, भीमबेटका जैसी जगहों पर घूमे-फिरे भी। वक़्त मिल पाए तो मप्र की टाइगर सेंक्चुरीस और उज्जैन में महाकाल लोक, ओंकारेश्वर भी जाएं। मुख्यमंत्री ने राज्य के कार्यों की तारीफ़ करते हुए कहा कि इंदौर देश का सबसे स्वच्छ शहर है और भोपाल भारत की सबसे स्वच्छ राजधानी है। पर ये सब जनता के सहयोग से ही संभव हुआ है। हमारे यहां एक जमाने में चीते खत्म हो गए थे। प्रधानमंत्री नामीबिया से चीते ले आए। हम चीता, टाइगर और क्रोकोडाइल स्टेट हैं। अब हम गिद्धों को बचाने का अभियान भी चला रहे हैं।
'मेहमान हमें जान से प्यारा'
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भारत में अतिथि देवो भव: परम्परा रही है। हमारे लिए मेहमान जान से प्यारा होता है। इस बार G-20 की थीम 'वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर' है। और ये भारत का बहुत प्राचीन विचार है। भारत का बहुत पुराना विचार है- अयं निजः परो वेति गणना लघुचेतसाम्। उदारचरितानां तु वसुधैव कुटुम्बकम्॥ मतलब - यह मेरा है, वह पराया है, ऐसे विचार छोटे व्यक्ति करते हैं। उच्च चरित्र वाले लोग समस्त संसार को ही परिवार मानते हैं। - ये विचार दुनिया - जिसने दो विश्वयुद्ध देखें - को शांति की तरफ ले जा सकता है। इस धरती पर हमने अलग-अलग चैंबर तो बना लिए, ये मेरा देश है, ये आपका देश है, लेकिन हम सब एक ही चेतना के अलग-अलग अंग हैं। ये धरती भगवान ने सबके लिए बनाई है।
प्रगति की प्रोसेस लोकल: सुमन बेरी, नीति आयोग के उपाध्यक्ष
कार्यक्रम के दौरान नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी ने कहा कि प्रगति की प्रोसेस लोकल होती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कहते हैं कि भारत तभी प्रगति कर सकता है, जब उसके राज्य प्रगति करें। पीएम ने कहा है कि G-20 के सम्मेलन सभी राज्यों में हों। जब आप दिल्ली से बाहर निकलकर देंखेंगे, तो पता चलेगा कि दूसरे राज्य किस तरह विकास कर रहे हैं।
शहर के अलग अलग इलाकों में धारा 144 लागू
G-20 समिट के चलते कई इलाकों में धारा 144 भी घोषित की गई है। जारी आदेश के तहत बोपाल के भदभदा चौराहे, श्यामला हिल्स, कमला नगर, एमपी नगर, अरेरा हिल्स और ट्राईबल म्यूजियम इलाके में धारा 144 लागू की गई है। समिट में विदेशी विशिष्ट अतिथियों के आगमन के चलते ये फैसला लिया गया है। डीसीपी इंटेलिजेंस की ओर से ये आदेश जारी किया गया है। बता दें कि, जारी आदेश 18 जनवरी तक प्रभावी रहेगा। कार्यक्रम स्थलों से 1 किलोमीटर की परिधि में नो फ्लाई जोन घोषित किया गया है। आदेश का उल्लंघन करने वाले के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।