BHOPAL. मध्यप्रदेश में 20 कैबिनेट मंत्री ट्विटर पर जनता से सीधा संवाद नहीं करना चाहते हैं। इन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर डायरेक्ट मैसेज (डीएम) का विकल्प बंद कर रखा है। ये स्थिति तब है, जब विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी संगठन ने सभी मंत्रियों को सोशल मीडिया पर जनता से सीधा संवाद करने की सीधी गाइडलाइन दे रखी है। कई मंत्रियों के फॉलोअर्स तो 10 हजार भी नहीं हैं। प्रदेश में इसी साल नवंबर में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं। जनता से जुड़ने के लिए बीजेपी का सोशल मीडिया पर ज्यादा फोकस है। राज्य सरकार मंत्री-विधायकों को संसाधन भी उपलब्ध करा रही है। सभी इंटरनेट प्लेटफार्म्स पर मंत्री-विधायकों के अकाउंट बनाए जा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद भी ट्विटर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत 20 मंत्रियों ने डीएम का ऑप्शन बंद कर रखा है।
मिश्रा, राजपूत, सिसोदिया समेत 11 मंत्रियों को कर सकते हैं डीएम
प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया, वन मंत्री विजय शाह, वित मंत्री जगदीश देवड़ा, कृषि मंत्री कमल पटेल, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग समेत पीडब्ल्यूडी राज्य मंत्री सुरेश धाकड़ और नगरीय प्रशासन राज्य मंत्री ओपीएस भदौरिया के ट्विटर हैंडल पर डीएम का विकल्प खुला हुआ है।
इन्होंने बंद कर रखा है डीएम का ऑप्शन
पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह, खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह, आदिम जाति कल्याण मंत्री मीना सिंह मांडवे, खनिज मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह, स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल, एमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर, सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया, उद्योग मंत्री राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव का मैसेज बॉक्स (डीएम) बंद है। साथ ही खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री भारत सिंह कुशवाह, स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार, पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल, आयुष राज्य मंत्री रामकिशोर कांवरे, पीएचई राज्यमंत्री बृजेन्द्र सिंह यादव के भी ट्विटर हैंडल पर डीएम का विकल्प बंद है।
फॉलोअर्स के मामले में कई मंत्री पिछडे़
सोशल मीडिया फॉलोअर्स के मामले में सबसे आगे मुख्यमंत्री चौहान ही हैं। उनके ट्विटर पर 8.9 मिलियन यानी करीब 89 लााख फॉलोअर्स हैं। इसके उलट 6 मंत्रियों मंत्रियों के फॉलोअर्स की संख्या महज बेहद कम है। लोक निर्माण राज्य मंत्री सुरेश धाकड़ इस मामले में सबसे पीछे नजर आते हैं। उनके ट्विटर पर सिर्फ 1397 फॉलोअर्स हैं।
ट्विटर फॉलोअर्स के मामले में ये मंत्री पिछड़े
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प्रदेश में 5 करोड़ इंटरनेट यूजर्स
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ट्राई के मुताबिक, मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ रीजन में 7.62 करोड़ मोबाइल उपभोक्ता हैं। इनमें अकेले मध्यप्रदेश में करीब 5 करोड़ लोग मोबाइल इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। इसीलिए सोशल मीडिया भाजपा-कांग्रेस के फोकस में है।