बुरहानपुर/भिंड/भोपाल. बुधवार को मध्यप्रदेश में लोकायुक्त पुलिस (Lokayukta) की टीमों ने बड़ी कार्रवाई की है। लोकायुक्त की टीम ने बुरहानपुर (Burhanpur) में नेपानगर SDM दीपक सिंह चौहान के दलाल को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए ट्रैप किया है। साथ ही लोकायुक्त की टीम ने जिले के खकनार (Khaknar) में कार्रवाई करते हुए बीईओ कार्यालय में पदस्थ बाबू रामचरण पटेल को 30 हजार की रिश्वत लेते हुए दबोचा है। इसके अलावा में भिंड (Bhind) जिला चिकित्सालय के CMHO कार्यालय में वाहन शाखा में पदस्थ बाबू अजेंद्र सिंह कुशवाहा और दो अन्य कर्मचारियों को लोकायुक्त पुलिस ने 4 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। साथ ही लोकायुक्त भोपाल (Lokayukta Bhopal) की टीम ने विद्युत सुरक्षा के एक सुप्रिटेंडेंट इंजीनियर एपीएस जादौन को एक लाख की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।
नेपानगर SDM का दलाल 1 लाख की घूस लेते ट्रैप
बुरहानपुर में इंदौर लोकायुक्त (Indore Lokayukta) पुलिस ने नेपानगर एसडीएम दीपक सिंह चौहान, बुरहानपुर कलेक्टर कार्यालय के बाबू किशन कनेश के द्वारा दलाल के जरिए एक लाख रूपए की रिश्वत लेते दलाल को रंगे हाथों पकडा है। आदिवासी ब्लॉक खकनार के ग्राम साजनी गांव के निवासी श्रीचंद झोले ने आठ साल पहले 3000 हजार वर्गफुट जमीन आदिवासी से खरीदी थी। बैंक से लोन लेने के लिए जमीन की रजिस्ट्री कराई थी। आदिवासी ब्लॉक में बिना कलेक्टर के परमिशन किसी भी आदिवासी की जमीन क्रय करना प्रतिबंध होता है।
लिहाजा इसकी शिकायत नेपानगर एसडीएम कार्यालय में पहुंची और नेपानगर एसडीएम (Nepanagar SDM) दीपक सिंह चौहान ने फरियादी को अपने कार्यालय बुलाकर रजिस्ट्री को गलत बताते हुए बुरहानपुर कलेक्टर के बाबु किशन कनेश से मिलने को कहा। बाबु ने मामले को रफादफा करने के लिए 5 लाख मांगे। मामला डेढ लाख में सैटल हुआ। इसके बाद फरियादी 50 हजार दे चुका था और इसकी शिकायत लोकायुक्त इंदौर को की। आज शेष रकम 1 लाख रूपए देना तय हुआ। बाबु किशन कनेश ने दलाल सूर्यपाल सिंह को दरियापुर गांव में जाकर रिश्वत लेने को कहा। जैसे ही फरियादी ने दलाल को एक लाख रूपए नकद दिए। वैसे ही लोकायुक्त इंदौर की टीम ने आरोपी को घूस लेते हुए रंगे हाथों पकड लिया।
बाबू ने खर्चा पानी के लिए मांगे 80 हजार
बुरहानपुर जिले के खकनार में ही सेवानिवृत शिक्षक उखर्डू सावकारे ने इंदौर लोकायुक्त में शिकायत की थी। सावकारे को सेवानिवृत होने के बाद जीपीएफ की राशि, अवकाश भुगतान की राशि, ग्रेच्युटी एवं पेंशन मिलनी थी। इस संबंध में आवेदक बीईओ कार्यालय के बड़े बाबू रामचरण पटेल से सेवानिवृत्त पश्चात कई बार मिला। जिस पर बाबू ने कहा कि अब तुम खर्चा पानी करोगे तभी तुम्हारा काम होगा। इसके लिए बाबू ने 80 हजार की रकम मांगी थी। जिसकी ऑडियो रिकॉर्डिंग फरियादी ने लोकायुक्त की टीम को दी थी। जिसके बाद लोकायुक्त की टीम ने बाबू को 30 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।
भिंड में प्राइवेट क्लीनिक से उगाही
भिंड जिला चिकित्सालय के CMHO कार्यालय में वाहन शाखा में पदस्थ बाबू अजेंद्र सिंह कुशवाहा और दो अन्य कर्मचारियों को लोकायुक्त पुलिस ने 4 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल, सीएमएचओ कार्यालय का रिश्वतखोर बाबू अजेंद्र सिंह मौ कस्बे में संचालित मां भद्रकाली नाम से एक्यूपंक्चर क्लीनिक के डॉक्टर शैलेन्द्र सिंह से क्लीनिक संचालन करने की एवज में 6 हजार रुपये की रिश्वत की लगातार मांग कर रहे थे। जिसकी शिकायत फरियादी शैलेंद्र सिंह ने ग्वालियर लोकायुक्त ऑफिस में की थी। जिसके बाद लोकायुक्त की टीम ने इन कर्मचारियों को घूस लेते हुए दबोच लिया। फरियादी इससे पहले 2 हजार की घूस कर्मचारियों को दे चुका था।
भोपाल में मांगी 15 लाख की रिश्वत
भोपाल में 22 सितंबर को लोकायुक्त पुलिस की टीम ने सतपुड़ा भवन (Satpura Bhawan) में बड़ी कार्रवाई की है। लोकायुक्त की टीम ने यहां विद्युत सुरक्षा के एक सुप्रिटेंडेंट इंजीनियर एपीएस जादौन को एक लाख की रिश्वत (Bribe) लेते हुए ट्रैप किया है। इंजीनियर ने सिंगरौली (Singrauli) में 25 मेगावाट क्षमता के सोलर प्लांट का लाइसेंस देने की एवज में 15 लाख रुपए की डिमांड की थी। जिसकी शिकायत अस्मिता पाठक ने भोपाल लोकायुक्त (Bhopal Lokayukta) ऑफिस में की थी।