Bhopal. मप्र आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय की देरी की वजह से प्रदेश के 1500 मेडिकल छात्र नीट पीजी 2023 की परीक्षा नहीं दे पाएंगे। इसकी वजह ये है कि परीक्षा में बैठने के लिए 31 मार्च 2023 के पहले उनकी इंटर्नशिप पूरी हो जानी चाहिए, लेकिन अभी तक शुरू ही नहीं हो पाई है। यह एक साल की होती है। यानी किसी भी हाल में जुलाई के पहले पूरी नहीं होगी। मध्य प्रदेश के साथ ही बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ में भी यह दिक्कत आएगी।
पूरी नहीं हुई इंटर्नशिप
प्रदेश के कुछ निजी चिकित्सा महाविद्यालयों ने समय पर परीक्षा कराकर रिजल्ट भी जारी कर दिया है। उनके यहां इंटर्नशिप शुरू भी हो गई है। इसमें एलएन मेडिकल कॉलेज, पीपुल्स मेडिकल कॉलेज शामिल हैं। बाकी निजी और सरकारी मेडिकल कॉलेज में 2017 बैच की इंटर्नशिप अभी तक शुरू नहीं हुई है। पिछले साल भी 31 मार्च के पहले इंटर्नशिप पूरी नहीं हो पाने की वजह से बिहार, झारखंड, केरल, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के करीब सात हजार छात्र नीट पीजी में नहीं बैठ पाए थे।
इस कारण इस साल भी यही माना जा रहा है कि नीट पीजी कराने वाली संस्था नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन छात्रों को परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं देगा। इससे इनका एक साल बेकार जाएगा। दूसरा बड़ा नुकसान प्रदेश को भी होगा। अन्य राज्यों के मुकाबले मध्य प्रदेश के कम उम्मीदवार पात्र हो पाएंगे।
इस कारण हुई देरी
कोरोना संक्रमण की वजह से इन छात्रों की तृतीय वर्ष की परीक्षा में भी देरी हुई थी। इसके अंतिम वर्ष की परीक्षा जो इस साल जनवरी-फरवरी में हो जानी थी, वह मई में पूरी हो पाई। इनकी प्रायोगिक परीक्षाएं जून में हुई हैं। अभी तक मेडिकल यूनिवर्सिटी ने परिणाम ही जारी नहीं किए हैं। परिणाम आने में अभी कम से कम 10 दिन लग जाएंगे। पिछले साल कोरोना होने के बाद भी प्रदेश ने समय पर परीक्षाएं करा ली थी, इस कारण यहां के छात्रों को कोई दिक्कत नहीं आई थी।