BHOPAL. मध्य प्रदेश की नई शराब नीति इस समय चर्चा में बनी हुई है। वजह है- पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती अपने शराबबंदी आंदोलन को लेकर सरकार पर दबाव बनाए हुए हैं। जानकारी के मुताबिक, शिवराज सरकार, उमा के चलते बैकफुट पर दिख रही है। सरकार ने उमा को ध्यान में रखकर की नई शराब नीति का प्रस्ताव तैयार किया है। इसके मुताबिक अहाते बंद करने का फैसला लिया जा सकता है। अगर इन्हें चालू रखने का निर्णय होता भी है, तो शाम 5 बजे से रात 11 बजे तक ही खोलने की इजाजत दी जा सकती है। इसके साथ ही देशी शराब के दाम 1 से 2 रुपए तक बढ़ सकते हैं। शिवराज सरकार ने 23 जनवरी 2022 को नई शराब नीति जारी कर दी थी, इस बार उमा भारती के विरोध और कुछ सुझावों के कारण नई शराब नीति अटकी पड़ी है। जानकारी के मुताबिक, 12 फरवरी को फैसला होने की संभावना है।
उमा भारती ने 12 फरवरी को ये ट्वीट किए
- मैं व्यग्रता से नई शराबनीति की प्रतीक्षा कर रही हूं। तब तक डर्टी ट्रिक्स डिपार्टमेंट मेरे ऊपर खूब पत्थरबाजी करवा रहा है, ताकि बात की धार कम की जा सके।
नई शराब नीति आई तो 1443 दुकानों पर असर पड़ेगा
मंत्रालय सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अगले वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए शराब नीति को लेकर 11 फरवरी को एक्साइज और कमर्शियल टैक्स के अफसरों के साथ बैठक की। अफसरों ने बताया कि शराब दुकानें धार्मिक स्थलों और स्कूलों से 500 मीटर के दायरे से बाहर करने का फैसला होता है तो 40% यानी 1443 दुकानों पर असर पड़ेगा, जबकि 250 मीटर के दायरे में 902 दुकानें आ रही हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इन प्रस्तावों पर फैसला लेंगे। प्रदेश में 3608 शराब दुकानें और 2611 अहाते हैं।
उमा का लगातार शराबबंदी आंदोलन
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती पिछले कुछ महीनों से शराब नीति को लेकर सरकार को घेर रही हैं। हाल ही में उन्होंने भोपाल के अयोध्या नगर इलाके के एक मंदिर में तीन दिन तक डेरा डाल रखा था। वे मंदिर के सामने स्थित शराब दुकान व प्रदेश की शराब नीति के विरोध में मंदिर में रहकर विरोध कर रही थीं। यहां से जाने से पहले उन्होंने राज्य सरकार को खुली धमकी भी दी थी। उन्होंने कहा था कि अगर प्रदेश की शराब नीति हमारे अनुरूप नहीं आई तो शराब दुकानों पर जो होगा, वो नजीर बनेगा। उमा ने यह भी कहा था कि वे नियम खिलाफ बनी शराब दुकानों में गायें बांधेंगी।
बागेश्वरधाम पंडित धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में आई उमा
उमा भारती ने 12 फरवरी की शाम एक के बाद एक 6 ट्वीट कर के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की तारीफ में कई कसीदे पढ़े। उमा ने धीरेंध्र शास्त्री को के बारे में लिखा कि वे उनके पुत्रवत हैं। और मैं उनका काफी आदर और सम्मान करती हूं। वे हमारे इलाके का गौरव है। राजधानी भोपाल में शराब नीति को लेकर जब मैं मंदिर प्रवास पुर थी तब मैं जिस कुटिया में रुकी थी वहां के बारे में मुझे बताया गया कि पिछले साल कथा के दौरान बागेश्वर धाम की कुटिया वहीं बनी थी। वहां की आलौकिकता ने मेरे मन के अंदर ये भाव स्थिर कर दिया कि धीरेंध्र कृष्ण शास्त्री एक तपस्वी हैं। लोग उनके अधिक से अधिक दर्शन करें।
1. श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (बागेश्वर धाम) को मैं पुत्रवत मानती हूं, उनका आदर करती हूं एवं वह हमारे क्षेत्र के गौरव हैं।
— Uma Bharti (@umasribharti) February 12, 2023
2. उनकी महिमा की अनुभूति स्वयं मुझे आज एक प्रसंग में हुई ।अगर 31 जनवरी को शराब नीति सरकार ने घोषित कर दी होती तो 21 फरवरी को या तो विरोध या समर्थन के लिए हमने जंबूरी मैदान भोपाल में रैली बुलाने का फैसला किया हुआ था।
— Uma Bharti (@umasribharti) February 12, 2023
3.शराब नीति की घोषणा में हुई देरी ने हमें प्रोग्राम का स्थान बदलने को विवश कर दिया। जब मेरी पसंद पूछी गई तो मैंने फिर दुर्गा हनुमान मंदिर, अयोध्या बायपास,भोपाल का ही नाम लिया क्योंकि 21 फरवरी को मेरी मां का स्मृति दिवस है तो हमें प्रोग्राम करना ही था।
— Uma Bharti (@umasribharti) February 12, 2023
4. जब मैंने, जिस स्थान पर मैं 4 दिन रही उस समय की अनुभूति का वर्णन किया, जिस जगह पर मेरी कॉटेज बनी उस जगह पर अलौकिक आनंद की अनुभूति मुझे 4 दिन होती रही ।
— Uma Bharti (@umasribharti) February 12, 2023
5. जब मैंने अपने सहयोगियों से इसका जिक्र किया तब उन्होंने मुझे बताया कि पिछले वर्ष श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बागेश्वर धाम जी की कथा, जब पीछे के मैदान में हुई थी तब श्री बागेश्वर धाम की कुटिया वहीं बनी थी .
— Uma Bharti (@umasribharti) February 12, 2023
6. जहां मैं थी, वहां की अनुभूतियों की अलौकिकता ने मेरे मन के अंदर यह भाव स्थापित कर दिया कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, बागेश्वर धाम एक तपस्वी है, अलौकिक है। लोग उनके अधिक से अधिक जाकर दर्शन करें, यह मैंने हमेशा कहा। अब तो और जोर से यह बात कहूंगी।
— Uma Bharti (@umasribharti) February 12, 2023
उमा भारती का यू-टर्न
वहीं इसके पहले जब प्रीतम लोधी और बागेश्वर धाम के बीच खींचतान चल रही थी तब उमा ने बागेश्वर धाम प्रमुख के बारे में कहा था कि वे उन्हें जानती तक नहीं थी। और इसके साथ ही उन्होंने बागेश्वर धाम के बारे में बातचीत करने से कन्नी काट ली थी। वही उमा भारती आज धीरेंद्र शास्त्री की तारीफों के पुल बांधती नजर आई। उमा के इस हृदय परिवर्तन से राजनीतिक विद्वानों का मानना है कि उमा में हृदय परिवर्तन बागेश्वर धाम की बढ़ती लोकप्रियता के कारण आया है। ताकि आने वाले भविष्य में उनके इलाके में किसी तरह का कोई बड़ा उल्टफेर न हो सके इसे साधने उमा बागेशवर की जयकार में लगी है।