BHOPAL. मध्य प्रदेश में रीवा और दतिया से हवाई सेवा शुरू होनी है, लेकिन रीवा का मामला फिलहाल अटक गया है। मध्य प्रदेश में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। विंध्य से हवाई सेवा शुरू करने होने का ऐलान कर सरकार अपने पक्ष में माहौल बना सकती थी, लेकिन ये हो नहीं पाया।
ऐसे अटका मामला
देश में कहीं से भी हवाई सेवा शुरू करने की जिम्मेदारी एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) की होती है। पहले खबरें थीं कि भोपाल से रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत फ्लाइट शुरू हो रही है। रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (RCS) के तहत भोपाल से दतिया और भोपाल से रीवा के लिए स्लॉट दिए गए थे। भोपाल से रीवा के लिए उड़ान शुरू करने की योजना थी, लेकिन इसमें पेंच फंस गया।
रीवा की हवाई पट्टी दिल्ली की फाल्कन एविएशन कंपनी को 3 साल की लीज पर दी गई थी। AAI ने रीवा को एयर सर्विस के लिए चिह्नित कर लिया। ऐसे में फाल्कन कंपनी कोर्ट चली गई। उसने तर्क दिया कि जब 3 साल के लिए एयरस्ट्रिप हमारे पास है तो फिर इसे एयरपोर्ट के लिए अभी कैसे चिह्नित किया जा सकता है।
रीवा एयर सर्विस का मामला अटकना किसकी चूक?
जानकारी के मुताबिक, राज्य में अगर किसी एयरस्ट्रिप को किसी एविएशन कंपनी को दिया जाता है तो इसकी पूरी जानकारी प्रदेश के एविएशन डिपार्टमेंट यानी सरकार की होती है। अगर AAI ने रीवा को एयरपोर्ट बनाने के लिए चिह्नित किया तो इसके लिए भी प्रदेश सरकार से पूछा गया होगा। रीवा एयरस्ट्रिप के फाल्कन कंपनी के पास होने की जानकारी देने में कोताही बरती गई तो इसके पीछे अफसरों की लापरवाही है।
रीवा में एयरपोर्ट बनवाने को परोसती सरकार
रीवा कनेक्टिविटी स्कीम के तहत रीवा और दतिया से एयर सर्विस शुरू होती, लेकिन रीवा में मामला फंस गया। अब दतिया में रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (RCS) के तहत एयरस्ट्रिप और टॉवर बनाए जाने हैं। AAI की दतिया-भोपाल और दतिया-खजुराहो फ्लाइट शुरू करने की योजना है। दतिया मध्य प्रदेश का छठा शहर होगा, जहां से एयर कनेक्टिविटी शुरू होगी।
दतिया, मध्य प्रदेश के होम मिनिस्टर नरोत्तम मिश्रा का चुनाव क्षेत्र है। जानकारी के मुताबिक, दतिया में 4 महीने में एयर सर्विस शुरू करने का प्लान है। काम तेज हो, इसके लिए नरोत्तम, सिविल एविएशन मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया से लगातार संपर्क में हैं।
MP के 52 जिलों में 5 शहरों में एयरपोर्ट
मध्य प्रदेश में भोपाल, जबलपुर, इंदौर, ग्वालियर और खजुराहो यानी 5 जगह एयरपोर्ट है। 13 जिलों में रतलाम, नीमच, उज्जैन, मंदसौर, बालाघाट, छिंदवाड़ा, उमरिया, रीवा, शिवपुरी, सागर, गुना, सिवनी और दतिया में एयरस्ट्रिप हैं, जिनमें पायलट ट्रेनिंग, एयरो स्पोर्ट्स और अन्य उड्डयन गतिविधियां संचालित करने के लिए निर्धारित वार्षिक शुल्क पर एविएशन संस्थाओं को दी गई हैं। इससे सालाना करीब 1 करोड़ 60 लाख रुपए का रेवेन्यू मिलता है। इन संस्थाओं में हर साल करीब 200 छात्र ट्रेनिंग लेते हैं।