मध्य प्रदेश में उपचुनाव की वजह से राजनीतिक उथल-पुथल काफी बढ़ गई है। खंडवा लोकसभा उपचुनाव ( by-election) में चुनाव-प्रचार की आखिरी तारीख से एक दिन पहले 27 अक्टूबर को राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम (Ex Deputy CM) सचिन पायलट (Sachin Pilot) खंडवा आएंगे। पायलट की चुनीवू सभाएं मांधाता के मूंदी, पंधाना के छैगांवमाखन और बड़वाह विधानसभा के सनावद में होगी। ये तीनों क्षेत्र गुर्जर-राजपूत समाज के गढ़ माने जाते हैं। सचिन पायलट 27 अक्टूबर को सुबह 11 बजे इंदौर पहुंचेंगे। यहां से 11.45 बजे मांधाता के मूंदी जाएंगे। यहां आमसभा के बाद दोपहर 1 बजे छैगांवमाखन पहुंचेंगे। छैगांवमाखन में आमसभा के बाद दोपहर 2 बजे बड़वाह विधानसभा के सनावद के लिए जाएंगे।
BJP पर भारी पड़ सकती है कांग्रेस की चाल
बड़वाह, मांधाता जैसी सामान्य सीट पर गुर्जर विधायक हैं, जिन्होंने राजपूत प्रतिद्वंद्वी को हराया है। सचिन पायलट की 3 चुनावी सभाओं को 20 लाख वोटर्स वाले खंडवा संसदीय क्षेत्र में लगभग 13% यानी ढाई लाख से ज्यादा गुर्जर वोटरों से जोड़कर देखा जा रहा है। जनरल सीट पर कांग्रेस ने राजपूत समाज के राजनारायण सिंह को कैंडिडेट बनाया है। BJP ने इस बार ओबीसी (OBC) नेता ज्ञानेश्वर पाटिल को मैदान में उतारने का फऐसला किया है। ऐसा माना जा रहा है कि गुर्जर समाज ओबीसी वर्ग से ही आता है इसलिए सचिन पायलट का खंडवा चुनावी प्रचार करना BJP को भारी पड़ सकता है।
कांग्रेस का पलड़ा भारी
खंडवा की बड़वाह और मांधाता सीट पर गुर्जर समाज का प्रभुत्व है। दोनों विधानसभा सीटें सामान्य आरक्षित (General reserved) हैं, क्योंकि वहां गुर्जरों के बराबर राजपूत वोटर्स है। पिछले विधानसभा चुनाव में मांधाता से कांग्रेस कैंडिडेट नारायण पटेल (गुर्जर) ने BJP के नरेंद्रसिंह तोमर (राजपूत) को हराया था। इसी तरह बड़वाह में कांग्रेस कैंडिडेट सचिन बिरला (गुर्जर) ने BJP के तीन बार से MLA हितेंद्रसिंह सोलंकी (राजपूत) को हराया। 2019 में मांधाता उपचुनाव में कांग्रेस के नारायण पटेल (गुर्जर) बीजेपी (BJP) के टिकट से चुनाव लड़ा और कांग्रेस प्रत्याशी उत्तमपालसिंह (राजपूत) को हराया था।