Bhopal. मध्यप्रदेश वक्फ बोर्ड ने भोपाल के नवाबों द्वारा बनाई गई संस्था औकाफ-ए-शाही की मुतवल्ली सबा सुल्तान जो कि मशहूर एक्टर सैफ अली खान की बहन हैं, को 4 ही दिन में दूसरा नोटिस जारी किया है। क्रिकेटर मंसूर अली खान और शर्मिला टैगोर की बेटी सबा सुल्तान को वक्फ बोर्ड ने साल 2011 में नवाबों द्वारा वक्फ की गई मिल्कियत का मुतवल्ली बनाया था। दरअसल वक्फ बोर्ड अपने आदेशों की अवहेलना और भोपाल के हज यात्रियों को मक्का-मदीना में स्थित धर्मशालाओं में जगह नहीं मिलने से नाराज है।
ये हैं आरोप
वक्फ बोर्ड ने सबा को जारी किए नोटिस में कहा है कि वे न तो वक्फ प्रॉपर्टी का निरीक्षण करती हैं और न ही जायदाद से होने वाली आमदनी में कोई इजाफा कर पाई हैं। एमपी वक्फ बोर्ड के सीईओ शाकिर अली जाफरी ने यह नोटिस जारी किए हैं। बोर्ड के अध्यक्ष सनवर पटेल भी इस मामले में उनसे सहमति रखते हैं। पहले 8 और फिर 12 मई को ये नोटिस सबा सुल्तान के दिल्ली स्थित पते पर भेजे गए हैं। वहीं भोपाल के औकाफ-ए-शाही के ऑफिस भी नोटिस की प्रति भेजी गई है।
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8 मई को भेजे नोटिस में मांगा था स्पष्टीकरण
इससे पहले 8 मई को सबा को जो नोटिस जारी किया गया था उस पर उन्हें 1 सप्ताह में जवाब देना था। लेकिन उन्होंने औकाफ-ए-शाही के सचिव के सिग्नेचर से जवाब भिजवा दिया। वक्फ बोर्ड ने इसे बोर्ड के आदेश की अवहेलना माना है। नोटिस में जिम्मेदारियों से मुक्त करने की भी चेतावनी दी गई है।
यह है मामला
दरअसल मक्का और मदीना में नवाबों ने आवासीय इमारतें खरीदकर वक्फ की थीं। जिनमें भोपाल के हज यात्री मुफ्त ठहरा करते थे। इसके लिए लकी ड्रॉ के जरिए 200 नाम चयनित किये जाते थे। लेकिन वक्फ ने नोटिस में कहा है कि ऐसी खबर मिली है कि रुबातों यानि धर्मशालाओं में हज यात्रियों को सुविधा नहीं मिल रही बल्कि इन्हें किराए पर चलाया जा रहा है। इस पर आपने क्या कार्रवाई की, इसकी जानकारी मुहैया कराई जाए।