नवीन मोदी, GUNA. पीएम आवास योजना में नगरपालिका गुना में धांधली का मामला सामने आया है। आरोप है की पीएम आवास स्वीकृत कराने हितग्राहियों को 10 से 30 हजार रुपये की कथित रिश्वत देनी पड़ी, तो दूसरी ओर शहर के 37 वार्डों में से एक ही वार्ड-19 में लगभग 200 हितग्राहियों के खाते में पीएम आवास की किस्त डाल दी गई, जबकि शेष 36 वार्डों में महज 100 हितग्राहियों के खाते में किस्त की राशि ट्रांसफर हो पाई।
नगर पालिका में 5 नवंबर को 289 हितग्राहियों के पीएम आवास की खातों में ट्रांसफर की गई। लेकिन अकेले वार्ड-19 में 189 हितग्राहियों के खाते में किश्त की राशि डाली गई है।
जियो टैग बिना निकाली राशि
उधर, आवास की राशि जियो टैग बिना ही हितग्राहियों ने निकाल ली। इस धांधली की जानकारी शिकायत के रूप में अपर आयुक्त सह मिशन संचालक नगरीय प्रशासन एवं विकास भोपाल ने विभागीय स्तर पर जांच के आदेश जारी किए हैं। जिला प्रशासन को भी की गई पार्षदों की लिखित शिकायत पर शहरी विकास अभिकरण को जांच टीम गठित कर घोटाले की जांच के निर्देश जारी किए हैं।
पीएम आवास योजना में बड़ा घोटाला
अपर कलेक्टर गुना आदित्य सिंह के मुताबिक, नगर पालिका में पीएम आवास योजना में बड़ा घोटाला सामने आया है। 190 हितग्राहियों ने बिना जियो टैग पीएम आवास की राशि निकाल ली है। साथ ही जिन लोगों के पहले से मकान बने हुए हैं, उनको भी पीएम आवास स्वीकृत किए गए हैं। अधूरे पड़े पीएम आवास की तीन किश्तें भी निकाल ली गई हैं। इस मामले की जांच की जा रही है। वहीं रुपए लेकर पीएम आवास स्वीकृत कराने को लेकर भी शिकायत आई है।
नगर पालिका गुना के सीएमओ लंबी छुट्टी पर
प्रभारी सीएमओ बृजभूषण गुप्ता का कहना है कि सीएमओ इशांक धाकड़ छुट्टी पर हैं। उनके समय में ही पांच नवंबर को राशि खाते में डाली गई है। मुझे मामले की कोई जानकारी नहीं है। जांच किन लोगों के द्वारा की जा रही है, मुझे बताया भी नहीं गया। जब इस मामले को लेकर नगर पालिका के अंदरूनी अधिकारियों से सूक्ष्म जानकारी निकली है कि आवास की राशि पुरानी है, जो जानकारी नगर पालिका के कर्मियों के द्वारा सही तरीके से पेश नहीं की गई। वहीं अधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर कहा कि ये सही जांच चल रही है, इससे सब कुछ साफ हो जाएगा कि दोषी कौन है।
इधर, नगर पालिका गुना के सीएमओ इशांक धाकड़ का कहना है कि मैं 7 नवंबर से छुट्टी पर हूं। मुझे जानकारी मिली है कि आवास को लेकर जांच चल रही है, लेकिन मैं छुट्टी से लौटने के बाद आधिकारिक रूप से कुछ कह पाऊंगा।
कलेक्टर ने शासन को लिखा पत्र
गुना कलेक्टर फ्रेंक नोबेल ए ने शासन को पत्र लिखकर मेडिकल लीव पर लंबी छुट्टी पर गए इशांक धाकड़ की जगह अन्य सीएमओ को नियुक्त किए जाने पत्र लिखा है। उनका कहना है कि उनकी लंबी छुट्टी के कारण बहुत से कामों पर असर पड़ रहा है।