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हुकुम सिंह, MANDSAUR. एमपी के मंदसौर में धर्म परिवर्तन का एक और मामला सामने आया है। यहां के एक मुस्लिम युवक ने धर्म परिवर्तन कर हिंदू धर्म को अपना लिया है। मुस्लिम युवक को 2017 में हिंदू लड़की से प्यार हो गया था, जिसके बाद दोनों ने मंदिर में शादी कर ली। शादी के 5 साल बाद अब उसने हिंदू धर्म अपनाया है। धर्मांतरण करने वाला कचनारा गांव का निवासी अफसर मंसूरी (32) है। अफसर को अब नया नाम कृष्णा सनातनी मिला है। बता दें कि हाल के महीनों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखने वाले लोगों ने विधि विधान से हिंदू (सनातन) धर्म अपनाया है।
चेतन्य सिंह ने करवाया धर्मांतरण
अफसर मंसूरी ने गायत्री शक्तिपीठ में वैदिक पद्धति से हिंदू धर्म अपनाया। अफसर ने बताया कि वह सनातन धर्म से प्रभावित रहे हैं। वह पहले से मंगलवार का उपवास रखते रहे हैं और मंदिर भी जाते रहे हैं। वह काफी समय से सनातन धर्म अपनाना चाहते थे। लेकिन रास्ता नहीं मिल रहा था। अफसर मंसूरी की जब पूर्व में धर्म परिवर्तन कर चुके चेतन्य सिंह राजपूत से मुलाकात हुई तो उन्होंने यह कदम उठाया। वह धर्म के व्रत करने लगे हैं। अफसर मंसूरी ने बताया कि वह पेशे से ड्राइवर है। गौरतलब है कि मंदसौर में धर्म परिवर्तन की अनेक घटनाएं हो रहीं हैं। यहां पिछले 7 माह में 6 मुस्लिमों ने हिंदू धर्म अपनाया है।
धर्मांतरण कैसे हुआ
धर्म परिवर्तन के लिए वह अपनी पत्नी राधा और ससुराल पक्ष के लोगों के साथ मंदसौर के गायत्री मंदिर पहुंचे। यहां धार्मिक कर्मकांड से उसका धर्म परिवर्तन कराया गया। गायत्री परिवार के पंडित नरेश त्रिवेदी ने सनातन अपनाने की प्रक्रिया पूरी कराई। उन्हें गोबर-गोमूत्र, दूध,दही और शहद से स्नान करवाया गया। गोमूत्र और पंचामृत भी पिलाया गया। इसके बाद नया नाम दिया गया।
धर्मांतरण में इसलिए हुई देरी
चैतन्य राजपूत ने मीडिया को बताया कि अफसर का बचपन से ही हिंदू धर्म से लगाव था। वह व्रत रखता था। मंदिर जाता था। इससे नाराज हो कर उसके अब्बू ने उसे घर से निकाल दिया था। बाद में वह एक हिन्दू के साथ रहने लगा। अपनी गुजर-बसर करने के लिए अफसर एक बस चलाने लगा। इसी दौरान उसने बाल्मीकि समाज की एक लड़की से शादी भी कर ली। शादी के बाद वो हिन्दू धर्म स्वीकार करना चाहता था। लेकिन उसे कोई उचित माध्यम नहीं मिल रहा था। चैतन्य के मुताबिक अफसर ने उन्हें संपर्क किया और उन्होंने विधि-विधान से उसकी घर वापसी करवाई।
मेरी शुरू से ही हिंदू धर्म में रुचि थी- कृष्णा सनातनी
कृष्णा सनातनी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं राजस्थान के उदयपुर में अस्पतालों में लगने वाले कैंप में मरीजों को लेकर जाता था। मैं पेशे से ड्राइवर हूं। कभी-कभी मेरे साथ मरीजों की देखभाल के लिए राधा नाम की युवती भी साथ जाती थी। मैं शुरू से ही अपने परिवार से अलग रहता था। राधा पास के ही गांव कयामपुर की रहने वाली है। एक बार मैंने उसे एक पर्चा दिया, इसमें कैंप में जाने वाले मरीजों के नंबर थे। इसमें मेरा भी नंबर था। ऐसे ही हम दोनों के नंबर शेयर हुए। हम दोनों में बातचीत होने लगी। हम दोनों के बीच प्रेम बढ़ा तो हमने शादी करने का फैसला किया। हम दोनों ने पांच साल पहले एक मंदिर में शादी कर ली। मेरी शुरू से ही हिंदू धर्म में रुचि थी। इसलिए मैंने मंदिर में विवाह किया था।
इस साल इन लोगों ने किया धर्मांतरण
- 27 मई 2022 : मंदसौर जफर शेख बने चैतन्यासिंह राजपूत।