नरेंद्र सलूजा बीजेपी में शामिल, बोले- जो 84 के दंगों का दोषी, उसके साथ नहीं रह सकता; कांग्रेस बोली- 13 नवंबर को ही निकाल दिया था

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Atul Tiwari
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नरेंद्र सलूजा बीजेपी में शामिल, बोले- जो 84 के दंगों का दोषी, उसके साथ नहीं रह सकता; कांग्रेस बोली- 13 नवंबर को ही निकाल दिया था

BHOPAL. कांग्रेस नेता रहे नरेंद्र सलूजा ने ली 25 नवंबर को बीजेपी की सदस्यता ले ली। उन्हें सीएम हाउस में खुद शिवराज सिंह चौहान ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। सलूजा मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबी माने जाते थे। वे कमलनाथ के मीडिया समन्वयक थे। कांग्रेस को ये झटका तब लगा, जब राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश में गुजर रही है। बताया जा रहा है कि सलूजा के बीजेपी में आने को लेकर संगठन में दो दिन पहले सहमति बनी थी। मध्य प्रदेश में अगले साल नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। वहीं, कांग्रेस ने कहा कि नरेंद्र सलूजा को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते 13 नवंबर को ही 6 साल के लिए निकाल दिया गया था।





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    बीजेपी में शामिल होने के बाद सलूजा ने कहा- मैं लंबे वक्त से कमलनाथ जी के साथ जुड़कर काम कर रहा था। मुझे कई लोगों ने कहा कि 1984 में हुए दंगों में उनका नाम है। मैं उन चीजों को खारिज करता था। मुझे लगता था कि राजनीतिक विद्वेष के कारण कुछ लोग ऐसा कहते हैं। 8 नवंबर को गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर मैं उनके (कमलनाथ) साथ इंदौर के खालसा कॉलेज गया। जब मैंने वहां मत्था टेका, वहां कीर्तनकार मंजीत सिंह कानपुरी थे, सभी लोगों की कानपुरी जी में आस्था है। कानपुरी ने जो शब्द कहे, वो मेरे कानों में आज भी गूंज रहे हैं। दो-तीन दिन तक तो मैं सो नहीं पाया था। कानपुरी जी ने कहा था कि उस नेता का सम्मान हो रहा है, जिसने 84 के दंगों में सिखों को टायर डालकर जलाया था। ये (कांग्रेस) बुजदिल कौम है, ये मरी हुई कौम है, आपने कैसे इस नेता का सम्मान होने दिया। मैं कभी इंदौर में पैर नहीं रखूंगा। इन शब्दों ने मेरी आत्मा को झंझोड़ दिया।





    सलूजा ने ये भी कहा कि 8 नवंबर से मेरी ना तो कमलनाथ जी से बात हुई और ना ही मुलाकात। इसी दिन से मैंने फेसबुक-ट्विटर पर कांग्रेस की कोई चीज शेयर नहीं की। आप मेरा सोशल मीडिया अकाउंट देख सकते हैं। कमलनाथ जी के जन्मदिन पर मैं सबसे पहले तलवार भेंट करता था। हर साल की मेरे पास फोटो है, इस बार मैंने उन्हें बधाई नहीं दी। मैं सबसे पहले अपने धर्म और समाज का हूं। जिसने मेरे धर्म-समाज को आहत किया, मैं उसके साथ नहीं रह सकता। ऑस्ट्रेलिया से ज्ञानी गुरुदेव जी का वीडियो आया कि 84 दंगों के दोषी आदमी का किस तरह सम्मान हो रहा है।  





    शिवराज सहज उपलब्ध, वीडी का कुशल नेतृ्त्व, कमलनाथ के साथ काम नहीं कर सकता





    नरेंद्र सलूजा ने ये भी कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जनता के बीच सहजता से उपलब्ध होते हैं, वीडी शर्मा में कुशल संगठन क्षमता है। इसी से प्रभावित होककर मैं बीजेपी में शामिल हो रहा हूं। मैं ऐसे व्यक्ति के साथ नहीं रह सकता, जिस पर मेरे धर्म के लोगों की हत्या का आरोप हो। रॉ अफसर की जो किताब है, जिसमें कमलनाथ पर आरोप लगाए हैं। ऐसे में मैं उनके साथ नहीं रह सकता। ऐसे नेता और पार्टी को ठोकर मारकर मैं बीजेपी में शामिल हो रहा हूं। शिवराज जी का धन्यवाद कि उन्होंने मुझ जैसे कार्यकर्ता को अपनी पार्टी में स्थान दिया। मैं विश्वास दिलाता हूं कि जैसे पूर्व में ईमानदारी से राजनीति करता हूं, शिवराज जी के नेतृत्व में भी वैसी ही ईमानदारी से राजनीति करता रहूंगा।





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