विदिशा. 21 अगस्त को विदिशा में सीएम शिवराज (CM shivraj) के कार्यक्रम में भीड़ दिखाने के लिए बीमार बच्चों को बैठाया गया था। इसको लेकर बाल आयोग ने मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव को नोटिस भेजकर जवाब मांगा था। इसके बाद 8 सितंबर को बाल आयोग ने हेल्थ सेक्रेटरी (Health Secretary) आकाश त्रिपाठी को समन जारी किया है। इस समन में हेल्थ सेक्रेटरी से पूछा गया है कि आपने बीमार बच्चों को धूप में बैठाने वाले अफसरों पर क्या कार्रवाई हुई है?
CM के कार्यक्रम में भीड़ के लिए अमानवीयता
विदिशा (Vidisha) में 21 अगस्त को सीएम शिवराज के ऑक्सीजन प्लांट के लोकार्पण कार्यक्रम में जानलेवा लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां जिला प्रशासन ने सीएम के कार्यक्रम में भीड़ दिखाने के लिए अस्पताल में एडमिट बीमार बच्चों को कार्यक्रम में बैठा दिया। बच्चे दो घंटे धूप में बैठे रहे। उनके हाथ में वैन्यूला लगा था। लेकिन अस्पताल प्रशासन तो सीएम (CM shivraj) के कार्यक्रम में भीड़ जुटाने में लगा था।
कार्यक्रम में बैठने के बाद खून लगेगा- प्रशासन
अस्पताल में भारती शर्मा का बच्चा एडमिट है। वो थैलेसीमिया से पीड़ित है। इस कारण उसे हर महीने खून चढ़ता है। सिस्टर ने भारती शर्मा से बोला कि कार्यक्रम में बैठें। उसके बाद खून लगेगा। इसके अलावा उमा शंकर की भी दो बेटियां अस्पताल में भर्ती हैं। उनकी दोनों बेटियों को बिस्तर से उठाकर कार्यक्रम में पहुंचा दिया गया। जब मीडिया ने इस पर प्रशासन से सवाल पूछा तो उन्होंने बच्चों को वापिस भिजवा दिया।
बाल संरक्षण आयोग करेगा कार्रवाई
राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग (NCPCR) ने मामले का संज्ञान लिया है। आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव को नोटिस दिया जाएगा। सात दिन में जवाब मांगा जाएगा।
CMHO को मामले की जानकारी नहीं
सीएमएचओ अखंड प्रताप सिंह ने बताया कि मुझे मामले की जानकारी नहीं है। सीएम के इस वर्चुअली कार्यक्रम में कलेक्टर, सीएमएचओ, सिविल सर्जन समेत जन प्रतिनिधि मौजूद थे।