संजय गुप्ता, INDORE. सत्ता के गलियारे मालवा-निमाड़ में सबसे अहम कुंजी आदिवासी सीट है, क्योंकि यहां की 66 सीटों में 22 सीट यही है। इसमें बीते चुनाव में कांग्रेस ने 15 सीट जीती थी। इसमें भी बड़वानी, झाबुआ और अलीराजपुर जिले सबसे अहम है, जिसमें सभी सीटें (नौ) आदिवासी है। बीते चुनाव में यहां पर कांग्रेस ने सात जीती थी और बीजेपी दो पर सिमट गई थी। इसी को देखते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश ने रविवार ( 28 मई) को इन जिलों के पदाधिकारियों को लेकर अहम बैठक ली। इसमें जयस के प्रभाव को लेकर चिंता जाहिर की गई और इसके प्रभाव को कम करने पर बात हुई। साथ ही सभी को गुटबाजी से दूर रहने और केंद्र-राज्य के काम जनसपंर्क अभियान के जरिए घर-घर पहुंचाने के लिए कहा गया।
बैठक में इन जिलों के यह पदाधिकारी हुए शामिल
शिवप्रकाश ने पार्टी कार्यालय पर बड़वानी, झाबुआ और आलीराजपुर जिले के बीजेपी जिला अध्यक्षों, पूर्व अध्यक्षों और जिले के प्रभारी मंत्रियों से विस्तार से चर्चा की। बैठक में संभागीय प्रभारी राघवेंद्र गौतम, बड़वानी जिले के प्रभारी मंत्री हरदीपसिंह डंग, झाबुआ के प्रभारी मंत्री इंदरसिंह परमार और आलीराजपुर जिले के प्रभारी मंत्री राजवर्धनसिंह दत्तीगांव, जिलों के प्रभारी हरिनारायण यादव, नंदकिशोर पाटीदार, बड़वानी जिला अध्यक्ष ओम सोनी, झाबुआ जिला अध्यक्ष भानू भूरिया, आलीराजपुर जिला अध्यक्ष संतोष परवाल आदि शामिल थे।
बैठक पूछा गया जनता के बीच कितना जाते हो
बैठक में जयस के प्रभाव पर भी चर्चा हुई और इससे निपटने के लिए सुझाव मांगे गए। कार्यकर्ताओं की नाराजगी और गुटबाजी को दूर कर बेहतर समन्वय बनाने पर जोर दिया गया। पदाधिकारियों और प्रभारियों से पूछा गया कि क्षेत्र में कितने दौरे करते हैं और जनता के बीच कितना जाते हैं। उनसे बूथ विस्तारक योजना की जानकारी ली। संगठन के विभिन्न कार्यक्रमों के संचालन पर भी चर्चा की गई। साथ ही 30 मई से 30 जून तक चलने वाले विशेष जनसंपर्क अभियान को गंभीरता से चलाने का संकल्प लिया गया।
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पार्टी में सब कुछ सही चल रहा है ना
हाल ही में पार्टी में सामने आ रहे बयानों को देखते हुए शिवप्रकाश ने बैठक में बार-बार इसी बात पर नसीहत दी की गुटबाजी से दूर रहना है, उन्होंने कई नेताओं से वन टू वन बात में यह पूछा कि पार्टी में सब कुछ सही चल रहा है ना? सभी को जनसंपर्क अभियान के तहत 30 मई से 30 जून तक पूरी तरह जुटकर हर व्यक्ति तक पहुंचने की सलाह दी गई और कहा कि गांव में अंदर तक पहुंचना है।
बीते चुनाव में क्या हुआ था 9 सीटों पर
बड़वानी जिले में चार आदिवासी सीट है, जिसमें बीजेपी के खाते में केवल बड़वानी सीट आई थी और वह सेंधवा, राजपुर और पानसेमल हारी थी। अलीराजपुर की दोनों सीट अलीराजपुर और जोबट कांग्रेस के खाते में गई थी और झाबुआ की तीन सीट में केवल झाबुआ बीजेपी के पास आई थी। वहीं थांदला और पेटलावद कांग्रेस के पास गई थी। इसके पास ही धार जिले की भी बात करें तो यहां सात सीटों में पांच सीट आदिवासी है जो सभी कांग्रेस ने ही जीती थी, अभी बीजेपी के पास यहां धार और बदनावार (पहले कांग्रेस के पास यह सीट थी राजवर्धन दत्तीगांव चुनाव में बीजेपी की ओर से जीते) सीट है।