UJJAIN. नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने 2 जून को उज्जैन के महाकाल मंदिर में पूजा-अर्चना की। उन्होंने पत्नी के स्वास्थ्य लाभ की कामना के लिए पूजा कराई। प्रचंड की बेटी गंगा दहल भी उनके साथ रहीं। बाबा के पूजन के समय मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल भी पीएम प्रचंड के साथ थे। शासकीय पुजारी पंडित घनश्याम शर्मा ने नेपाल के पीएम से पूजन करवाया। प्रचंड ने भगवान महाकालेश्वर के दर्शन कर नेपाल से लाए 100 रुद्राक्ष और भेंट स्वरूप 51 हजार रुपए नकद चढ़ाए।
#WATCH | Nepal PM Pushpa Kamal Dahal 'Prachanda' arrives at the Mahakal Temple in Ujjain, Madhya Pradesh. pic.twitter.com/vu8wWMOynC
— ANI (@ANI) June 2, 2023
ई-कार्ट से महाकाल लोक देखा
प्रचंड ने ई-कार्ट से महाकाल लोक देखा। पीएम मोदी के आगमन के दौरान जिस तरह से खास तैयारियां और सुरक्षा व्यवस्था की गई थी, ठीक उसी तरह नेपाल के पीएम के लिए भी व्यवस्थाएं की गईं। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम थे।
इंदौर की कंपनी को मिला भाषांतरण का जिम्मा
नेपाल के प्रधानमंत्री के भाषांतरण की सेवा प्रदान करने का काम इंदौर की कंपनी को सौंपा गया है। इंदौर की वर्ड डीलर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी भाषांतरण का काम करेगी। ये कंपनी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्य करती है और काफी ज्यादा सक्रीय भी है। अब तक वर्ड डीलर्स प्राइवेट लिमिटेड ने कई बड़े इवेंट में भाषांतरण की सेवा प्रदान की है। कंपनी को इंग्लैंड में चेंज मेकर कंपनी के नाम से जाना जाता है।
इंदौर में शिवराज ने की थी अगवानी
प्रचंड सुबह 11 बजे विशेष विमान से इंदौर पहुंचे थे। एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और जनप्रतिनिधियों ने उनकी अगवानी की। प्रचंड ने CM शिवराज से कहा- आपसे मिलकर लग ही नहीं रहा कि हम पहली बार मिल रहे हैं। स्वागत से अभिभूत हूं। उन्होंने इंदौर का स्पेशल पोहा खाया। प्रचंड अपनी बेटी गंगा दहल के साथ आए हैं।
CM शिवराज ने कहा कि भारत और नेपाल अत्यंत प्राचीन राष्ट्र हैं। भारत और नेपाल भले ही दो शरीर हों, लेकिन सांस्कृतिक रूप से वे एक हैं। दोनों का सांस्कृतिक वैभव और संस्कार एक जैसे हैं। आपके आगमन से भारत और नेपाल के संबंध आने वाले दिनों में और भी प्रगाढ़ होंगे। इसके बाद इंदौर से नेपाल के PM और अन्य अतिथि उज्जैन रवाना हो गए। प्रचंड के साथ नेपाल के विदेश मंत्री नारायण प्रकाश सोद, वित्त मंत्री डॉ. प्रकाश शरन महत, ऊर्जा जल संसाधन मंत्री शक्ति बहादुर बासनेत, भौतिक व परिवहन मंत्री प्रकाश ज्वाला, वाणिज्य एवं आपूर्ति मंत्री रमेश रिजल, प्रधानमंत्री के सलाहकार हरिबोल प्रसाद, मुख्य सचिव शंकरदास बैरागी और नेपाल के विदेश सचिव भरतराज पौड्याल भी आए हैं।