देव श्रीमाली GWALIOR. ग्वालियर सेंट्रल जेल में 2 अप्रैल को भोपाल निवासी एक कैदी की संदिग्ध मौत के मामले में अब नया मोड़ आ गया है। भोपाल से ग्वालियर पहुंचे मृतक कैदी के परिजनों ने इस मामले में आरोप लगाया है कि मृतक की हत्या कर उसे आत्महत्या का रूप दिया जा रहा है । उनका कहना है कि मृतक के शरीर पर कई चोट के निशान मिले हैं जो साफ-साफ हत्या का इशारा कर रहे हैं इसलिए इस मामले में पूरी जांच पड़ताल कर उन्हें इंसाफ दिया जाए।
परिजनों की मौजूदगीं में हुआ पोस्टमार्टम
मृतक कैदी के परिजनों की मौजूदगी में पहले डॉक्टर ने शव का पोस्टमार्टम किया फिर तहसीलदार द्वारा मृतक के शव का पंचनामा भी तैयार किया गया । इस दौरान परिजनों ने अपनी बात रखी।
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परिजन बोले उन्हें इंसाफ दिया जाए
पुलिस की जानकारी पर मृतक के परिजन आज ग्वालियर पहुंचे । उन्होंने मृतक शव भी देखा और उंसके बाद अधिकारियों और मीडिया के सामने आरोप लगाया कि दीपक रजक की मौत को जबरन आत्महत्या का केस बताया जा रहा है। उंसके शरीर पर चोट के निशान है। शव पर जो साक्ष्य मौजूद है वह हत्या की ओर इशारा कर रहे हैं इसलिए उन्हें इंसाफ दिया जाए और मामले की उचित जांच की जाए।
भोपाल में आजीवन कारावास की सजा मिली थी
आपको बता दें की सेंट्रल जेल प्रशासन ने विगत रोज बहोड़ापुर थाने में जानकारी दी थी कि आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदी द्वारा जेल के भीतर ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली गई । इसके बाद बहोड़ापुर थाना पुलिस ने मृतक कैदी के शव को पीएम हाउस पहुंचा कर जांच पड़ताल शुरू कर दी थी । जानकारी के अनुसार मृतक दीपक रजक पुत्र रतन लाल रजक को भोपाल से हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा मिली थी जिसके बाद उसे ग्वालियर सेंट्रल जेल में बंद किया गया था मृतक मानसिक रूप से बीमार था और उसका इलाज भी चल रहा था