देव श्रीमाली,GWALIOR. नेशनल हेल्थ मिशन की भर्ती परीक्षा का पेपर 15- 15 लाख रुपये में बिक रहा था । पर्चा लीक होने की जानकारी मिलते ही मिशन ने इस भर्ती परीक्षा को आनन फानन में रद्द कर दिया। इस मामले में पुलिस द्वारा की गई छापामार कार्यवाही में अब तक आधा दर्जन आरोपियों को दबोचा जा चुका है। इस गैंग के तार ग्वालियर ,भोपाल और इंदौर तक फैले हैं। सभी आरोपी यूपी के इलाहबाद के रहने वाले बताए जा रहे हैं।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में भर्ती की आज थी परीक्षा
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में आज संविदा स्टाफ नर्स की भर्ती के लिए परीक्षा होनी थी। इसके तहत ग्वालियर में बड़ा गांव रोड पर थाना बिजौली अंतर्गत स्थित तीन शैक्षणिक संस्थानों में इस परीक्षा के लिए केंद्र बनाए गए थे। इसके अलावा एक केंद्र ग्वालियर शहर में थाटीपुर स्थित एक स्कूल में बनाया गया था और यहां तैयारियां पूरी थी। यह परीक्षा मंगलवार को दोपहर साढ़े तीन बजे से ही होनी थी।
क्राईम ब्रांच को पर्चे बेचने की लगी थी भनक
एसपी अमित सांघी ने बताया कि कुछ घंटे बाद NHRM में स्टाफ नर्स की भर्ती की प्रतियोगी परीक्षा शुरू होने ही वाली थी कि अचानक ग्वालियर क्राइम ब्रांच को खबर लगी कि कुछ लोग इसके पेपर बेच रहे हैं। क्राइम ब्रांच ने जाल बिछाकर आधा दर्जन संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर उनसे संदिग्ध सामग्री बरामद की है । सांघी का कहना है कि हमे उम्मीद है कि यह वही पेपर ही जिसे लीक करके बेचा जा रहा था। अभी कार्यवाही जारी और आरोपियों से पूछताछ चल रही है।
15-15 लाख में बिक रहा था पेपर
सूत्रों ने बताया कि गैंग के सदस्य उम्मीदवार और उनके परिजनों से संपर्क करके आज होने वाले पेपर को उपलब्ध कराने का दावा कर रहे थे, और बदले में 15- 15 लाख रुपये मांग रहे थे। इसकी भनक लगते ही क्राइम ब्रांच ने जाल बिछाकर इस काम मे लगे छह सदस्यों को अलग-अलग जगह से दबोच लिया। इनके पास से पेपर भी बरामद कर लिए है। अभी अन्य जगह भी छापामार कार्यवाही चल रही है। अब तक की पूछताछ से पता चला है कि आरोपियों के तार भोपाल और इंदौर से भी जुड़ें हैं।
अचानक परीक्षा भी की रद्द
उधर ग्वालियर पुलिस से इनपुट मिलते ही एनएचआरएम ने अपनी यह परीक्षा शुरू होने से कुछ देर पहले ही निरस्त कर दी। मिशन के मुख्य प्रशासकीय अधिकारी केके रावत ने इसका आदेश जारी किया है इसमें भी इसकी वजह पेपर लीक होने की सूचना मिलना बताया गया है।