आशीष द्विवेदी, निवाड़ी. जिले के ओरछा में आरक्षित वन परिक्षेत्र (Reserved Forest Area) में वन विभाग की लापरवाही के चलते क्षेत्र में धड़ल्ले से सागौन पेड़ों की कटाई की जा रही है, इसके बाद भी वन विभाग माफियाओं पर शिकंजा नहीं कस पा रहा है। अंतर्राज्यीय जंगल माफिया सक्रिय है, वहीं, विभागीय कर्मचारियों पर भी कटाई कराने का आरोप लग रहे हैं।
निवाड़ी जिले के ओरछा के जंगल में सागौन की लकड़ी अवैध कटाई हो रही है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि सागौन की लकड़ी की कटाई वन विभाग वाले कर रहे हैं। इसकी सूचना मिलने पर द सूत्र की टीम जंगल में इसकी पड़ताल करने पहुंची तो जंगल मैं सागौन की लकड़ी काट रहे लोग देख भाग गए। इनके बारे में ग्रामीणों का कहना है कि यह वन विभाग के ही लोग हैं जो जंगल में सागौन की लकड़ी कटवाते हैं।
ग्रामीणों के इस आरोप पर सबूत जुटाने के लिए हमने देखा तो जंगल में जगह-जगह पर सागौन के पेड़ कटे हुए थे। जब इस बारे में और जानकारी लेनी चाही तो लोगों ने बताया कि यह ओरछा का अभयारण्य क्षेत्र है जो वार्ड नंबर 15 केग् सिंहपुरा में आता है। ग्रामीणों का आरोप है कि जंगल के सुरक्षा गार्ड द्वारा सागौन के पेड़ों की कटाई करवाई जा रही है। इसकी जानकारी पिछली बार भी रेंजर साहब को दी थी, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। सभी अधिकारियों की मिलीभगत से यह अवैध कार्य हो रहा है।
ग्रामीण ने नाम लेकर लगाए आरोप
पन्ना लाल अहिरवार, पूरन लाल अहिरवार और चौकीदार कल्लू यादव की मिलीभगत से ये लकड़ी कटाई का काम हो रहा है। यही नहीं, दिन और रात में बालू का अवैध उत्खनन भी हो रहा है। सीसीएफ, डीएफओ तक को इस बारे में बताया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऊपर तक पूरे अधिकारी मिले हुए हैं।
बीजेपी जिला अध्यक्ष का आरोप- वन विभाग शक के घेरे में
बीजेपी जिला अध्यक्ष अखिलेश अयाची के मुताबिक, वन विभाग संदेह के घेरे में है। मध्य प्रदेश सरकार वन विभाग के लिए करोड़ों रुपए दे रही है। पूरा वन विभाग जिस तरीके से अवैध कार्य में लगा हुआ है, मैं मुख्यमंत्री और वन मंत्री से इनकी शिकायत करने वाला हूं। एक विभाग के लोग अवैध गतिविधियों में लिप्त हैं, यह चिंता का विषय है। वन विभाग वाले ऐसे कार्यों में संरक्षण दे रहे हैं। जब जंगल में पेड़ कट रहे हैं तो कहीं ना कहीं वन विभाग का संरक्षण तो है। ओरछा का जंगल हमारे लिए गौरव की बात है। हम उसको संरक्षित ना कर पाएं तो वन विभाग की नाकामी है। वहीं, बीजेपी जिला अध्यक्ष अखिलेश यात्री ने कहा कि मैं इसकी जांच करवाऊंगा।
वन अमले की ये दलील
उत्तर प्रदेश आकर लोग कटाई करते हैं। कई बार यहीं तो कई बार यूपी की सीमा में जाकर जब्ती की है। मैंने खुद कार्रवाई की है। हमारे यहां 3 गार्ड हैं, जो अलग-अलग रहते हैं। रेत को लेकर कहा कि वो तो जंगल में पड़ी होगी। दिखवा लेंगे।