BHOPAL. एमपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा चल रही है, अविश्वास पर चर्चा के दौरान सदन में गर्मागर्मी देखने को मिली कांग्रेस और बीजेपी के विधायक आपस में भिड़ते हुए दिखे नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविन्द सिंह ने सबसे पहले सरकार पर हमला बोला। गोविंद सिंह ने कहा कि 'सत्ता के घमंड में सीएम ने जनता से जुड़े मुद्दों को तिलांजलि दे दी'।
जवान दिखाकर बुजुर्ग से भांवर पढ़वा दीं : नरोत्तम
वहीं कांग्रेस पर वार करते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, 20 साल से कांग्रेस विपक्ष में है, ध्यान रखें अगले 20 साल आप और विपक्ष में रहेंगे। 2018 के चुनाव में वोट हमें ज्यादा मिले थे, लेकिन सीटें कांग्रेस को मिली थी। जिसके कारण कांग्रेस सरकार बनाने में सफल हुई थी। उसमें भी कांग्रेस ने सपा, बसपा और निर्दलीय को जोड़कर सरकार बनाई थी। कांग्रेस ने पहले सिंधिया जी का युवा चेहरा दिखाकर वोट मांगे और बाद में बुजुर्ग आदमी को सीएम बना दिया। नरोत्तम के बयान पर बाला बच्चन ने कहा कि 'सिंधिया जी तो खुद चुनाव हार गए। अब सिंधिया जी का चेहरा लगाना फिर देखेंगे'।
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जीतू पर भड़के ओपीएस भदौरिया
अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने घोटालों और सरकारी पैसों के दुरुपयोग का मामला उठाया। जीतू ने कहा कि सरकारी पैसे से बीजेपी ऑफिस में 40 करोड़ रुपए खर्च हुए। जीतू के इस बयान पर नगरीय प्रशासन राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया भड़क उठे और अपनी सीट से उठकर विपक्ष की तरफ जाने लगे। उन्हें ऐसा करते देख देख जीतू पटवारी सहित विपक्षी दलों ने हंगामा शुरू कर दिया। और भदौरिया से माफी की मांग करने लगे, जिस पर मंत्री विश्वास सारंग ने बचाव करते हुए कहा कि भदौरिया मेरी तरफ आ रहे थे उन्हें गलत न समझा जाए।
भिगी बिल्ली है भदौरिया: सज्जन
भदौरिया की इस हरकत पर सज्जन वर्मा भड़क गए सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि ओपीएस भदौरिया अपने इलाके में भीगी बिल्ली बना फिरता है, और यहां पहलवानी बता रहा है। ओपीएस भदौरिया 9 बार अपनी सीट से उठे, उनके पास बैठे मंत्री रामखेलावन हर बार उन्हें बैठाते नजर आए।