पवन सिलावट, RAISEN. रायसेन के ओबेदुल्लागंज में साल 2016 में दो पार्टनर ने कान्हा ड्रीम सिटी कॉलोनी बनाई थी लेकिन आज 6 साल बाद भी कॉलोनी का काम अधूरा है। प्लॉट खरीदकर जैसे लोगों ने गलती कर दी। सपनों की कॉलोनी देने की बात करके कॉलोनाजर्स ने कॉलोनी में कोई काम नहीं किया। रहवासी अपने आपको ठगा-सा महसूस कर रहे हैं। स्थानीय प्रशासन से लेकर कलेक्टर तक को आवेदन देने के बाद भी कॉलोनाइनर्स पर कोई फर्क नहीं पड़ा और आज भी 6 साल बीतने के बाद कॉलोनी का विकास अधूरा पड़ा है।
कान्हा ड्रीम सिटी में मूलभूत सुविधाएं नहीं
नगरीय क्षेत्र में कोई भी कॉलोनाइजर्स कॉलोनी में प्लॉट बेचता है। तो उसको उस कॉलोनी का विकास जैसे सड़क, पानी, बिजली, नाली, पार्क, मंदिर आदि पूरी तरह से बनाकर तैयार कर फिर प्लॉट बिक्री शुरू कर सकता है लेकिन कान्हा ड्रीम सिटी कॉलोनी में ऐसा कुछ नहीं हुआ और अपनी मनमर्जी से कीमत वसूल करके प्लॉट की बिक्री कर दी। प्लॉट खरीददारों को आश्वस्त किया कि कॉलोनी में मूलभूत सुविधाएं दी जाएंगी लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।
डेढ़ किलोमीटर दूर से लाइट की व्यवस्था करने को मजबूर रहवासी
कान्हा ड्रीम सिटी कॉलोनी में बिजली के खंबे तो खड़े हैं लेकिन उनमें तार नहीं है। कॉलोनी बासी डेढ़ किलोमीटर दूर से लाइट लाकर जला रहे हैं। सड़क पर महज कुछ गिट्टी डालकर इतिश्री कर ली है। विकास के नाम पर कॉलोनाइजर्स ने कुछ नहीं किया। अब कान्हा ड्रीम सिटी के रहवासियों को कोर्ट के अलावा कोई चारा नहीं है। वजह भी साफ है जिन लोगों ने कॉलोनी के प्लॉट विक्रय किए हैं वो कोई आम आदमी नहीं हैं। भोजपुर विधायक सुरेंद्र पटवा के खास लोग हैं जिनमें एक बागीश अग्रवाल की पत्नी तो ओबेदुल्लागंज नगर परिषद में उपाध्यक्ष हैं। दूसरे पार्टनर अशोक शर्मा भी विधायक के खास बताए जा रहे हैं।
कॉलोनाइजर्स ने नहीं किया गाइडलाइन का पालन
आपको बता दें किसी भी कॉलोनी का विस्तार करते समय कॉलोनाइजर्स एक्ट में साफ किया है जब तक कॉलोनी पूर्ण रूप से विकसित नहीं हो तब तक उसके प्लॉट की बिक्री शुरू नहीं हो सकती। इसके लिए बाकायदा नगर पालिका में कलेक्टर गाइडलाइन के अनुसार प्लॉट बंधक रखे जाते हैं जिससे कॉलोनाइजर्स अगर कॉलोनी में मूलभूत सुविधा ना दें तो नगर पालिका बंधक प्लॉट बेचकर कॉलोनी में काम कराए। लेकिन यहां तो बंधक प्लॉट भी बिक गए। दोनों पार्टनर ने बेखौफ तरीके से कॉलोनी का विस्तार किया और रहवासियों को चूना लगा दिया।