MP में लौटा लालटेन युग: 20 जिलों के 2.31 लाख घरों में बिजली नहीं, अंधेरे में लोग

author-image
एडिट
New Update
MP में लौटा लालटेन युग: 20 जिलों के 2.31 लाख घरों में बिजली नहीं, अंधेरे में लोग

भोपाल. मध्यप्रदेश बिजली के मामले में सरप्लस स्टेट कहा जाता है, लेकिन अब सरप्लस स्टेट को भी बिजली की कमी से जूझना पड़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की सहज बिजली हर घर योजना चलाने के बावजूद, एमपी के 20 जिलों में 2 लाख 31 हजार से ज्यादा घरों में बिजली नहीं है। पूर्व सीएम कमलनाथ (Kamalnath) का छिंदवाड़ा (Chhindwara) भी लालटेन युग से अछूता नहीं है। यहां सबसे ज्यादा 84 हजार घरों में बिजली नहीं हैं। हालांकि, बिजली कंपनी (Electricity Company) ने इन घरों में बिजली पहुंचाने के लिए 564 करोड़ रुपए की योजना तैयार की है।

पीएम ने की योजना लॉन्च, अमल नहीं

पीएम मोदी ने हर गांव में बिजली पहुंचाने के लिए योजना चलाई थी, जिसमें उन्होनें सौभाग्य योजना (Saubhagya Yojana) के तहत हर घर बिजली पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना तैयार की गई है। लेकिन कोरोना का हवाला देते हुए कंपनी अब तक इस योजना पर अमल नहीं कर पाई है। जिस वजह से कंपनी क्षेत्र के 20 जिलों में लगभग 2.31 लाख बिजली उपभोक्ता बिजली से वंचित है। बिजली न मिलने की गंभीर समस्या से जूझ रहे लोग लालटेन के सहारे अपना जीवव बिताने के लिए मजबूर है। 

जंगल से लगे हुए ग्रामीण इलाकों के लिए संसाधनों की मांग

कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक ग्रामीण विद्युतीकरण योजना अशोक धुर्वे के मुताबिक, सबसे अधिक विद्युत विहीन घर छिंदवाड़ा, मंडला (Mandla) और ऊर्जाधानी का तमगा रखने वाले सिंगरौली (Singrauli) जिले में हैं। ये घर जंगल से लगे हुए हैं और दुर्गम स्थलों पर हैं। कई ऐसे घर मिले, जो गांव की आबादी से दूर खेतों में मकान बना लिए हैं। बिजली विहीन घरों को कनेक्शन देने से पहले यहां बिजली लाइन, ट्रांसफार्मर आदि लगाने का काम होना है। पांच हजार से अधिक तो ट्रांसफार्मर लगाने होंगे।

कुल मिलाकर इतने संसाधानों की पड़ेगी जरूरत

पूर्व क्षेत्र कंपनी ने प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना में ग्रामीण इलाकों तक बिजली पहुंचाने के लिए 564 करोड़ रुपए की योजना तैयार की है। इसमें 11 केवी लाइन- 4260 किमी, बिजली ट्रांसफार्मर- 5388, एलटी लाइन- 7250 किमी की जरुरत है। इसमें 564 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत आएगी। 

प्रदेश के कई जिले अंधेरे में रहने को मजबूर

पूर्व क्षेत्र कंपनी में अभी लगभग 43 लाख उपभोक्ता हैं जिसमें से 2.31 लाख घरों में बिजली नहीं है। अगर हम जिले के अनुसा बात करे तो छिंदवाड़ा में 83714, मंडला में 20992, डिंडौरी में 19814, बालाघाट में 17324, रीवा में 16121 और सिंगरौली में 12506 घर बिजली विहीन है। तो वही 10 हजार से कम कुछ ऐसे भी घर है जहां बिजली की समस्या है, इसके अंतर्गत शहडोल के 8003, नरसिंहपुर के 7786, सतना के 6520, सिवनी के 6080, अनूपपुर के 5773 और छतरपुर के 5666 घर शामिल है। अगर बात करें पांच हजार से कम की संख्या वाले भी घर है जिसमें सीधी के 4672, टीकमगढ़ के 3738, पन्ना के 3451, दमोह के 2684, उमरिया के 2671, सागर के 2626, जबलपुर के 1682 और कटनी के 173 घर अंधेरे में डूबे हुए हैं।

Chhindwara The Sootr Electricity Bijli लालटेन युग electricity supply बिजली सप्लाई इलेक्ट्रिसिटी बिजली की व्यवस्था