देव श्रीमाली,GWALIOR. ओबीसी महासभा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के खिलाफ मैदान में उतर आई है । महासभा का कहना है कि मोदी शब्द कहीं भी ओबीसी की सूची में दर्ज ही नहीं है, जबकि राहुल गांधी ने सिर्फ 'मोदी' शब्द का इस्तेमाल किया है । इसलिए नड्डा चौबीस घंटे में अपना स्पष्टीकरण दे।
राहुल गांधी का अहंकार बहुत बड़ा और समझ बहुत छोटी है। अपने राजनीतिक लाभ के लिए उन्होंने पूरे OBC समाज का अपमान किया। उन्हें चोर कहा। समाज और कोर्ट के द्वारा बार-बार समझाने और माफ़ी माँगने के विकल्प को भी उन्होंने नज़रअंदाज़ किया और लगातार OBC समाज की भावना को ठेस पहुँचाई।
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) March 24, 2023
नड्डा ने किया था ट्वीट
जेपी नड्डा ने एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था कि राहुल गांधी का अहंकार बहुत बड़ा और समझ बहुत छोटी है। अपने राजनीतिक लाभ के लिए उन्होंने पूरे ओबीसी समाज का अपमान किया। उन्हें चोर कहा। समाज कर कोर्ट द्वारा बार-बार समझाने के बावजूद उन्होंने माफी मांगने के विकल्प को नजरअंदाज किया और लगातार ओबीसी समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाई। नड्डा ने इसके बाद कुछ और ट्वीट करके इसे ओबीसी वर्ग का अपमान बताया।
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ओबीसी महासभा ने भेजा लीगल नोटिस
इन्हीं ट्वीट्स को आधार बनाकर ओबीसी महासभा ने अब नड्डा को नोटिस भेज दिया। यह नोटिस ओबीसी महासभा राष्ट्रीय कोर कमेटी के सदस्य धर्मेंद्र कुशवाह की ओर से सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट वरुण ठाकुर एंड एसोसिएट्स के जरिए जेपी नड्डा को भेजा गया है । उनसे नोटिस मिलने के 24 घंटे के भीतर जवाब देने को कहा गया है।
मोदी ओबीसी सूची में ही नहीं
इस नोटिस में ओबीसी महासभा ने तर्क दिया है कि मोदी सरनेम ओबीसी के रूप में कहीं नहीं दर्ज नही है। भेजे गए नोटिस में बताया गया कि न तो गुजरात राज्य और न ही केंद्र सरकार की सूची में ओबीसी वर्ग में मोदी सरनेम कहीं भी दर्ज नहीं है। राहुल गांधी ने सिर्फ मोदी शब्द का इस्तेमाल किया है न कि ओबीसी वर्ग का। इसलिए राहुल के मुद्दे पर ओबीसी विवाद में मोदी सरनेम के नाम पर ओबीसी वर्ग को नहीं घसीटा जाए। अगर चौबीस घंटे में जवाब देकर अपना स्पष्टीकरण नहीं दिया और ओबीसी शब्द नहीं हटाया तो हम सिविल शूट फाइल करेंगे ।